इस राशि में चार ग्रहों के मिलने से बन रहा है शुभ योग, जानिए सभी राशियों पर कैसा पड़ेगा प्रभाव
सूर्य मंगल बुध और शुक्र के कर्क राशि में एक साथ आ जाने से चतुष्ग्रही योग का निर्माण हो रहा है। यह योग 23 जुलाई से 29 जुलाई और 3 अगस्त से 7 अगस्त के मध्य बनेगा। काल पुरुष की कुंडली में कर्क राशि मन की स्वामिनी है और इसके स्वामी चंद्रमा मन के कारक हैं, अत: मानसिक दृष्टिकोण से देखें तो चार ग्रहों का योग प्राणियों में मानसिक अस्थिरता पैदा करेगा। मेदिनी ज्योतिष के अनुसार अब बाढ़ के महाप्रलय से थोड़ी—बहुत राहत मिलेगी। सूर्य आत्मा के स्वामी, मंगल पराक्रम के स्वामी, बुध के बुद्धि और वाणी के स्वामी और शुक्र भौतिक सुखों के स्वामी हैं। इनके एक साथ आने से जिन जातकों की कुंडली में इनकी स्थिति अच्छी रहेगी, उनके लिए बहुत शुभ रहेगा, किंतु जिनका गोचर खराब होगा, उनके लिए सप्ताह यह योग बड़े फेरबदल की ओर इशारा कर रहा है। आइए जानते हैं कि इस चतुष्ग्रही योग का प्रभाव 12 राशियों पर कैसा पड़ेगा —
मेष —
आपकी राशि से चतुर्थ भाव में बनने वाला योग मानसिक अशांति तो देगा, लेकिन भूमि, भवन और वाहन का सुख भी प्रदान करेगा। इस अवधि के मध्य माता-पिता की सेहत पर विशेष ध्यान रखें।
वृषभ —
पराक्रम और साहस के बल पर विषम परिस्थितियों के बावजूद विजय प्राप्त करेंगे। अपनी जिद और आवेश पर नियंत्रण रखते हुए परिवार में कलह न पैदा होने दें और बड़ों से संबंध बनाकर रखें।
मिथुन —
रुका हुआ कार्य बनेगा और आकस्मिक धन प्राप्ति की संभावना बलवती होगी। कार्य सिद्धि के लिए गोपनीयता बरकरार रखें। किसी महंगी वस्तु का क्रय कर सकते हैं।
कर्क —
केंद्र अथवा राज्य सरकार में लंबित पड़े आपके कार्यों का निबटारा होगा। शिक्षा-प्रतियोगिता में सफलता और भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। मकान और वाहन के क्रय का बेहतरीन योग बन रहा है।
सिंह —
इस राशि के जातकों के लिए विदेश यात्रा, देशाटन और अधिक व्यय का योग बनेगा। विलासिता से बचें, अन्यथा आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
कन्या —
सफलता के दृष्टिकोण यह योग अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा, अत: किसी भी तरह का अनुबंध हस्ताक्षर करना चाहें तो समय अनुकूल है। शिक्षा—प्रतियोगिता में मनोनुकूल सफलता प्राप्त होगी।
तुला —
इस राशि के जातकों के लिए यह योग, पद एवं गरिमा की वृद्धि कराएगा। उच्चाधिकारियों से सहयोग बढ़ेगा, लेकिन अपने माता-पिता की सेहत का विशेष ध्यान रखें।
वृश्चिक —
इस राशि के लिए यह योग भाग्य वृद्धि तो करेगा ही साथ ही धर्म-अध्यात्म के क्षेत्र में झुकाव बढ़ाएगा। तीर्थाटन एवं विदेश यात्रा का पूरा लाभ उठाएंगे।
धनु —
इस राशि के अष्टम भाव में बन रहा चतुष्ग्रही योग प्रतापी और पराक्रमी बनाएगा। आपके करियर में आकस्मिक ग्रोथ के योग बन रहे हैं। सेहत की दृष्टि से बुखार, नजला, जुखाम आदि से बचें।
मकर —
इस राशि के सप्तम भाव में बन रहा चतुष्ग्रही योग कार्य-व्यापार में उन्नति तो लाएगा, लेकिन दांपत्य जीवन में कलह को बढ़ाएगा। किसी भी तरह की शिक्षा-प्रतियोगिता में शामिल होना चाहें तो परिणाम बेहतर रहेगा। रोमांच की दृष्टि से योग प्रतिकूल है।
कुंभ —
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह योग मिलाजुला साबित होगा। ऋण-रोग और शत्रु हावी न होने पाएं, इसका विशेष ध्यान रखें। ननिहाल पक्ष से कुछ दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। मकान अथवा वाहन के क्रय का योग बना हुआ है।
मीन —
इस राशि के जातकों के लिए पंचम भाव में बन रहा चतुष्ग्रही योग रोमांस या प्रेम संबंधों के लिए प्रतिकूल रहेगा, किंतु संतान संबंधी चिंता दूर होगी और नए अनुबंध की प्राप्ति के योग बनेंगे। तीर्थ यात्रा एवं दान आदि करके पुण्य का लाभ उठाएं।