मध्य कमान में नौ तक चलेगा रक्षा वित्तीय प्रबंधन कोर्स
लखनऊ : लखनऊ छावनी में मध्य कमान के प्रधान नियंत्रक रक्षा लेखा के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र के तत्वावधान में सोमवार को पांच से नौ अगस्त तक 50वां रक्षा वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पांच दिवसीय रक्षा वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम का उदघाटन आज मध्य कमान के जनरल आॅफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा ने किया। इस मौके पर जेपी पाण्डेय भारतीय रक्षा लेखा सेवा के अधिकारी व नियंत्रक (क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र) ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि देश भर के विभिन्न स्थानों पर आरटीसी व पीसीडीए और सीडीए द्वारा डिफेंस फाइनेंशियल मैनेजमेंट कोर्स संचालित किए जाते हैं। एक वर्ष के दौरान आयोजित किए जाने वाले पाठ्यक्रमों की संख्या पर सीजीडीए और महानिदेशक वित्तीय योजना, सेना मुख्यालय द्वारा सहमति व्यक्त की जाती है। उन्होंने कहा कि आरटीसी लखनऊ ने सेना अधिकारियों के लाभ के लिए नियमित अंतराल पर रक्षा वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम का संचालन किया है। साथ ही 1998 से रक्षा वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम का संचालन शुरू किया है और तब से हमने पिछले 49वें रक्षा वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम में लगभग 1800 से अधिक सेना अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है।
इस दौरान मध्य कमान के चीफ आॅफ स्टाफ (सीओएस)लेफ्टिनेंट जनरल एमयू नायर, ग्रामीण विकास मंत्रालय के अपर सचिव तथा वित्तीय सलाहकार एवं भारतीय रक्षा लेखा सेवा के अधिकारी संजीव कुमार तथा सेना और रक्षा लेखा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। रक्षा वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम में मुख्यालय के मध्य कमान द्वारा नामित 35 वरिष्ठ सेना अधिकारी भाग ले रहे हैं जिनमें भारतीय रक्षा लेखा सेवा (ढउऊअ), मध्य कमान लखनऊ और एकीकृत वित्तीय सलाहकार, मध्य कमान, लखनऊ के साथ-साथ भारतीय रक्षा लेखा सेवा के अधिकारी, भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ और लखनऊ विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर शामिल हैं। इसके अलावा भारतीय प्रबंध संस्थान लखनऊ और लविवि वरिष्ठ प्रोफेसरों के अलावा फिक्की व नेसिन संस्थानों से विशेषज्ञों को भी मौजूदा रक्षा वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम में पहली बार शामिल किया गया है।