लखनऊ : उत्तर प्रदेश कोषागार कर्मचारी संघ विभाग में प्रोन्नति व्यवस्था को समाप्त करने संबंधी शासन के आदेश के खिलाफ आंदोलन का निर्णय लिया है। संघ की बैठक में आंदोलन के साथ ही निदेशक कोषागार से आपत्ति जताने का भी निर्णय लिया गया है। 10 अगस्त को प्रदेश भर के कोषागार कर्मचारी राजधानी में इकठ्ठा होकर विरोध दर्ज कराएंगे और आम सभा कर ज्ञापन भी सौंपेगे। संघ के महामंत्री हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि उप्र कोषागार कर्मचारी संघ की आपात बैठक कोषागार कलेक्ट्रेट, लखनऊ में हुई। संघ के अध्यक्ष अखिलेश अग्निहोत्री ने बताया कि अन्य लेखा संवर्गों की तरह कोषागार संवर्ग को भी समता समिति 1989 की संस्तुतियों के आधार पर 80 प्रतिशत पदों को लेखाकार के रूप में प्रोन्नत किया गया था।
श्रेष्ठïता के आधार पर न्यायालय द्वारा कोषागार लेखा संवर्ग में सचिवालय के लेखा संवर्ग की समकक्षता प्रदान किये जाने से नाराज होकर शासन ने 33 वर्ष पुरानी उपरोक्त व्यवस्था को समाप्त कर दिया। जिसके कारण पूरे प्रदेश के 1000 कोषागार कर्मचारी पदावनत कर दिये जायेंगे, जो किसी भी दशा में न्याय संगत नहीं है। संघ के महामंत्री हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि शासन ने एक ओर तो 80:20 की सुविधा पाकर पदोन्नत होने वाले 26 सहायक कोषाधिकारियों को 30 जुलाई को लेखाधिकारी के पद पर पदोन्नति दी, लेकिन अगले ही दिन उन्हें पदावनत करने के लिए आदेश भी कर दिये, जो कि खुद विरोधाभाषी है। उन्होंने बताया कि इस निर्णय के खिलाफ विरोध की रूपरेखा बनाने के लिए 10 अगस्त को लखनऊ में कोषागार कर्मचारियों की आम सभा बुलाई गयी है। जिसमें पूरे प्रदेश से लगभग 1000 कोषागार कर्मचारी राजधानी में एकत्र होंगे। बैठक में मनोज श्रीवास्तव, सत्येन्द्र सिंह, अजय शर्मा, अनिल सिंह आदि सहित बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।