एनबीआरआई द्वारा महिलाओं एवं बच्चों हेतु पोषण पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
लखनऊ: राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) लखनऊ के सौजन्य से जनता जूनियर हाई स्कूल, ग्राम बिरूहा कासिमपुर गोसाईंगंज, लखनऊ में :अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण की रोकथाम के लिए स्थानीय औषधीय पौधों को लोकप्रिय बनाने के माध्यम से गरीबी उन्मूलन” विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित हुआ.
परियोजना प्रमुख डॉ ब्रह्मानंद सिंह ने औषधीय पौधों के विषय में जानकारी देते हुए महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौधों के अधिकाधिक उपयोग पर बल दिया.
उन्होंने सहजन के पौधे का उदाहरण देते हुए बताया कि इस पौधे में संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन सी, गाजर से 4 गुना अधिक विटामिन ए, दूध से 17 गुना अधिक कैल्शियम, केले से 15 गुना अधिक पोटैशियम, पालक से 25 गुना अधिक आयरन पाया जाता है. इसी प्रकार चौलाई के बारे में बताते हुई आँखों, बालों, हड्डियों व पाचन तंत्र के लिए फायदे बताए. संस्थान के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एकेएस रावत ने मोटे अनाज की महत्ता को बताते हुए भोजन में इसको शामिल किये जाने पर बल दिया. डॉ पुनीत चौहान ने पाचन तंत्र में सूक्ष्म जीवाणुओं के महत्व को बताते हुए भोजन में दही जैसे भोज्य पदार्थों की आवश्यकता पर बल दिया. इस अवसर पर 150 महिलाओं एवं बच्चों को विशेष किट वितरित किए गए जिनमें पौधों की जानकारी दी गई साथ ही स्वास्थ्य रक्षा के संदर्भ में सहजन पत्ती के चूर्ण से बने कैप्सूल भी वितरित किए गये. इस अवसर पर अन्य उपस्थित गणमान्य अतिथियों में डॉ केके रावत, डॉ सीएचवी राव, डॉ राजेश बाजपेयी, प्रधानाचार्य अंजनी कुमार एवं ग्राम प्रधान महेश वर्मा उपस्थित थे. कार्यक्रम संचालन डॉ के के रावत ने किया.