न्यूजीलैंड के सामने अब होगी भारत की असल परीक्षा
भारत और न्यूजीलैंड पुरूष टीमों ने आखिरी बार भारत की मेजबानी में दिल्ली में हुए हीरो हॉकी वल्र्ड लीग फाइनल 2014 में एक दूसरे के खिलाफ खेला था।
इस मैच में न्यूजीलैंड ने जीत दर्ज की थी। एक वर्ष से अधिक समय बाद अब दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ उतर रही हैं जहां भारत के पास मेजबान टीम को उसी के मैदान में हराकर बदला चुकता करने का मौका होगा।
न्यूजीलैंड के पास घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का फायदा रहेगा तो वहीं भारत को पिछले दोनों मैचों में मिली जीत से प्रेरणा मिलेगी और खिलाड़ी हर हाल में अपनी लय बरकरार रखते हुए जीत की हैट्रिक लगाना चाहेंगे। भारतीय टीम जीत की अहमियत को समझती है और उसकी शुरूआती गोल की रणनीति इस बार भी देखने को मिलेगी।
पिछले मैचों में भी टीम इंडिया ने इसी रणनीति के साथ खेला था कि वह शुरूआती खेल में ही विपक्षी टीम के ‘डी’ में घुसकर गोल के मौके बनाए और बढ़त ले।
एस के उथप्पा, आकाशदीप सिंह, एस वी सुनील एक बार फिर अहम भूमिका में होंगे। अहम मुकाबले को लेकर टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने कहा कि हमारे आखिरी दो मैच बेहतरीन रहे थे और इसमें जीत के साथ हमें यहां की परिस्थितियों में भी खुद को ढालने का मौका मिला है।
इसके अलावा मैदानी गोल करने में हम सक्षम हैं जिससे मैच हमारे हक में गया, इससे यह भी साफ होता है कि टीम विपक्षी खेमे के ‘डी’ में घुसने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले मैचों में बेहतरीन सामंजस्य दिखाया है और खासतौर पर आखिरी क्षणों में हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। यह एक अच्छा संकेत है और हमें उम्मीद है कि यही लय आगे के मैचों में दिखाई देगी। इसके अलावा हमारा लक्ष्य आगे के मैचों में पेनल्टी कार्नर हासिल करना और उसे गोल में बदलना होगा।