उत्तर प्रदेशराज्य
मैच का टिकट पाने के लिए किस मेंटल ट्रामा से गुजरते हैं यूपी के लोग
कानपुर में होने वाले वन-डे मैच के टिकट पाने के लिए क्रिकेट फैन को जबरदस्त प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। ये तस्वीरें गवाह हैं…सालों बाद ग्रीन पार्क में अपने खिलाड़ियों को देखने की हसरत लेकर टिकट खरीदने जा रहे लोगों पर पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए लाठियां बरसा रही है। शहरी टिकट के लिए बेइज्जत और चुटहिल हो रहे हैं।क्रिकेट की दीवानगी देखिए कि क्रिकेट प्रेमी डंडा खाकर भी टिकट पाना चाहते हैं। सवाल है कि इतने बड़े आयोजन के लिए यूपीसीए और जिला प्रशासन के पास टिकट बिक्री का क्या इससे बेहतर तरीका नहीं था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्या कोई दूसरा सिस्टम नहीं था?
सोमवार को स्टूडेंट गैलरी और सी पब्लिक के टिकटों की बिक्री के दौरान व्यवस्था की धज्जियां ऐसी उड़ीं कि जगह-जगह हादसे होते बचे।बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस बल टिकट खरीदने वालों की लाइन ठीक से नहीं लगवा सके।
टिकट बिक्री शुरू होने से पहले ही जबरदस्ती प्रवेश करने पर पुलिस ने सुबह 8.30 बजे ही डंडे बरसाने शुरू कर दिए। फिर जो जहां मिला, वो पीटा गया। आधे घंटे बाद जब टिकट की बिक्री होने लगी तो फिर से हुड़दंग शुरू हो गया। पुलिस ने फिर लाठी भांजी और क्रिकेट प्रेमियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
विदेशों में मैच के टिकट ऑनलाइन बिकते हैं। टिकटों की बिक्री भी एक महीने पहले से शुरू कर दी जाती है। एशेज श्रंखला के टिकट तो छह महीने पहले से ऑनलाइन कर दिए जाते हैं। बीसीसीआई के अधिकारी का कहना है कि भारत में टिकटों की बिक्री का हाल ऐसा ही है। दर्शक यहां पास या फ्री में मैच देखना चाहते हैं।