अन्तर्राष्ट्रीय

जी 7 समिट में आज होगी ट्रंप और मोदी की बहुप्रतीक्षित मुलाकात…

आज सोमवार को हर किसी की नजरें जी 7 समिट पर होंगी। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच आज यहां मुलाकात होने वाली है। जी 7 देशों की मीटिंग से अलग इन दोनों नेताओं की मुलाकात होने वाली है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय समयानुसार दोपहर बाद दोनों नेताओं के बीच मुलाकात होगी। इस दौरान दोनों नेता कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस मुलाकात में कश्मीर मुद्दे से जुड़ी चर्चा की संभावना जताई जा रही है। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद मोदी और ट्रंप की ये पहली मुलाकात है, ऐसे में ट्रंप-मोदी की ये मुलाकात काफी मायने रखती है।

बता दें, कश्मीर पर ट्रंप ने खुद मध्यस्थता की इच्छा जाहिर की थी, हालांकि भारत ने इसे खारिज कर दिया और कहा था कि वह इसे पूरी तरह से द्विपक्षीय मुद्दा मानता है।

फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात
इसके अलावा आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और पीएम मोदी की भी मुलाकात होने वाली है। यह मीटिंग ट्रंप और मोदी की मुलाकात से पहले होगी।दोपहर करीब एक बजे यह मुलाकात होने वाली है। इसके बाद पीएम मोदी करीब तीन बजे जी 7 में जैव विविधता और जलवायु पर चर्चा में भी हिस्सा लेंगे। जिसके बाद पीएम मोदी, ट्रंप से मुलाकात के लिए जाएंगे।

जी 7 में कई कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा
पीएम मोदी, ट्रंप से मुलाकात के बाद डिजिटल ट्रांसफॉर्मिंग पर आयोजित चर्चा में शामिल होंगे। इसके अलावा एक द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे। इसके बाद रात करीब 8 बजे वह भारत के लिए रवाना होंगे और मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचेंगे।

फ्रांस में जोरदार स्वागत
इससे पहले G-7 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे। फ्रांस पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने जी 7 देशों के नेताओं के अलावा कई अन्य देशों के नेताओं से भी मुलाकात की।इनमें जापान, कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष शामिल रहे।पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की।

सम्मेलन में पहुंचे मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, ‘दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों, रक्षा, सुरक्षा एवं व्यापार समेत कई मुद्दों पर बात हुई। मोदी ने एशेज श्रृंखला के तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की रोमांचक जीत पर भी जॉनसन को बधाई दी।’

मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुतेरस से भी विभिन्न मसलों पर बात की। G-7 की बैठक में मोदी पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे मुद्दों पर प्रस्तावित दो सत्रों को संबोधित करेंगे। इसके अलावा मोदी विभिन्न वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगे। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर समेत कई द्विपक्षीय मसलों पर भी उनकी चर्चा हो सकती है।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस से मुलाकात शानदार रही। जलवायु परिवर्तन को कम करने के प्रयासों को मजबूत करने के तरीकों समेत प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।’

प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी ट्वीट कर कहा कि दोनों नेताओं के बीच विभिन्न विषयों पर बातचीत सकारात्मक रही। G-7 की बैठक में मोदी पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे मुद्दों पर प्रस्तावित दो सत्रों को संबोधित करेंगे।

इसके अलावा मोदी विभिन्न वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगे। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर समेत कई द्विपक्षीय मसलों पर भी उनकी चर्चा हो सकती है।

ईरान के विदेश मंत्री ने G-7 में पहुंचकर सबको चौंकाया
संबंधों पर जमी बर्फ पिघलाने के लिए रविवार को अप्रत्याशित और नाटकीय घटनाक्रम में ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ भी G-7 सम्मेलन में पहुंच गए। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम करने की कोशिश में जुटे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने उन्हें आमंत्रित किया था।

हालांकि सम्मेलन में जरीफ के पहुंचने को लेकर पहले से कोई घोषणा नहीं थी। समाचार एजेंसी के मुताबिक, करीब साढ़े तीन घंटे रुकने के बाद जरीफ वापस चले गए। इस दौरान उन्होंने मैक्रों व कुछ अन्य नेताओं से बात की।

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से करीब 30 मिनट तक हुई चर्चा
मैक्रों से उनकी बातचीत करीब 30 मिनट चली। इससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हाल के दिनों में ईरान और फ्रांस के राष्ट्रपतियों के बीच हुई बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए बायरिट्ज पहुंचे। वहीं, अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि ट्रंप पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर ईरान बातचीत करना चाहता है, तो उसके सामने काई शर्त नहीं रखी जाएगी।

हालांकि न्यूचिन ने जरीफ के G-7 पहुंचने पर कोई टिप्पणी नहीं की। अमेरिका और ईरान को बातचीत की मेज पर लाने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों लगातार प्रयास कर रहे हैं। फ्रांस चाहता है कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों में अमेरिका कुछ ढील दे।

रूस को फिर शामिल करने की तैयारी
G-7 में रूस को फिर से शामिल करने की चर्चा चल रही है। विकसित देशों का यह समूह पहले जी-8 कहा जाता था। इसमें ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, रूस और अमेरिका शामिल थे। 2014 में यूक्रेन के प्रायद्वीप क्रीमिया पर कब्जे के बाद उपजे विवाद के चलते रूस इस समूह से बाहर हो गया था। सूत्रों का कहना है कि समूह के मौजूदा देश रूस से सहयोग बढ़ाने के पक्ष में हैं। हालांकि रूस को समूह में पुन: कब शामिल किया जाएगा, यह स्पष्ट नहीं है। 2020 में जी-7 बैठक की मेजबानी अमेरिका करेगा। इसमें रूस की वापसी पर ट्रंप ने कहा, ‘मैं इस बारे में नहीं जानता। निश्चित तौर पर यह संभव है।’

जी 7 देशों के समूह की बैठ फ्रांस के खूबसूरत शहर बियारित्ज में हो रही है। यहां बियारित्ज के बीच की रेत पर दुनिया के सात सबसे अमीर लोकतंत्रों के नेताओं को दर्शाती एक ड्राइंग बनाई गई। ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्राध्यक्षों की तस्वीरों से सजी ये पेंटिंग काफी चर्चाओं में है।

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