लखनऊ। नवाबों के शहर में मंगलवार से शुरू हो रही 59वीं राष्ट्रीय अंतरराज्जीय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में देश की चुनिंदा टीमों के साथ विदेशी एथलीट भी दम दिखाएंगे। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) के तत्वावधान में 35वीं वाहिनी पीएसी महानगर के सिंथेटिक एथलेटिक्स स्टेडियम में 27 से 30 अगस्त तक होने वाली इस चैंपियनशिप में 24 राज्यों की टीम उतरेगी तो श्रीलंका की दस सदस्यीय टीम के साथ ईरान, कजाखिस्तान, मालदीव और भूटान से भी टीमें हिस्सा लेंगी।
35वीं वाहिनी पीएसी महानगर के सिंथेटिक एथलेटिक्स स्टेडियम में होगी चैंपियनशिप, हिमा दास और नीरज चोपड़ा नहीं दिखेंगे
हालांकि गोल्डन गर्ल हिमा दास चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगी जबकि जैवलिन थ्रो में एशियन गेम्स और जूनियर वल्र्ड चैंपियन नीरज चोपड़ा चोटिल होने के चलते टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगे जिसके चलते चैंपियनशिप का आकर्षण फीका हो सकता है। फिर भी चैंपियनशिप में ं महिला और पुरुष वर्ग की 22 प्रतिस्पर्धाओं में 600 से अधिक एथलीट हिस्सा लेंगे।
विश्व चैंपियनशिप का टिकट हासिल करने उतरेंगे दिग्गज एथलीट
वहीं पदकों की जोर आजमाइश के बीच दोहा में होने वाली विश्व चैंपियनशिप का टिकट हासिल करने के लिए दिग्गज एथलीट उतरेंगे। इसमें ईरान, श्रीलंका और मालदीव के एथलीट के साथ भारतीय सितारों में मो. अनस (400 मीटर और रिले), दुती चंद (100 और 200 मीटर), सुधा सिंह (3000 मीटर स्टीपल चेज), पीयू चित्रा (1500 मीटर) इंदरजीत सिंह (शाटपुट), अरपिंदर सिंह (तिहरी कूद), जिश्ना मैथ्यू (400 मीटर) भी हिस्सा लेंगे। आज चैंपियनशिप की पूर्व संध्या पर कई खिलाड़ियों ने आयोजन स्थल पर सुबह और शाम के सत्र में ट्रेनिंग भी की। आयोजन समिति के अध्यक्ष मुकेश बहादुर सिंह के अनुसार 35वीं वाहिनी पीएसी स्टेडियम में इस चैंपियनशिप का यादगार आयोजन होगा। हम आयोजन कीसफलता के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
उमस बढ़ा सकती है खिलाड़ियों की परेशानी
इन दिनों लखनऊ का मौसम काफी उतार-चढ़ाव वाला है जिसमें बारिश होने से दिक्कत होगी तो उमस से भी परेशानी बढ़ेगी। पूर्व संध्या पर अभ्यास करने वाले ज्यादातर खिलाड़ी उमस से परेशान दिखे। वहीं लंबी दूरी केएथलीटों के लिए उमस से निपट कर विश्व चैंपियनशिप का टिकट हासिल करना खासा चुनौतीपूर्ण होगा।
आज के इवेंट:
मंगलवार सुबह छह बजे 20 किमी महिला रेस होगी जिसके बाद सुबह के सत्र में छह से साढ़े दस बजे तक स्पर्धाएं होंगी। पिफर दोपहर एक बजे से लेकर शाम छह बजे तक स्पर्धाएं होेंगी। इसके अलावा निम्न स्पर्धाएं होंगी।
1. लंबी कूद (क्वालीफाइंग राउंड), 2. 800 मीटर (महिला-पुुरुष हीट), 3. 100 मीटर (महिला-पुुरुष हीट), 4. 200 मीटर (महिला-पुुरुष हीट),
5. 400 मीटर बाधा दौड़ (महिला-पुुरुष हीट), 6. शाटपुट (पुरुष), 7. हाईजंप (पुरुष), 8. पोलवाल्ट (पुरुष फाइनल), 9. 200 मीटर (पुरुष सेमीफाइनल), 10. हैमर थ्रो (महिला फाइनल), 11. 200 मीटर (महिला फाइनल), 12. 400 मीटर (हीट), 13. 4 गुणा 400 मीटर मिक्स रिले (फाइनल), 14. हाई जंप (महिला फाइनल), 15. 5000 मीटर (पुरुष फाइनल), 16. डिस्कस थ्रो (महिला फाइनल), 17. 5000 मीटर (महिला फाइनल)।
विश्व चैंपियनशिप में अब तक ये भारतीय एथलीट कर चुके है क्वालीफाई
पुरुष वर्ग- मो. अनस और ए राजीव (400 मीटर), जिनसन जॉनसन (1500 मीटर), अविनाश साबले (3000 मीटर स्टीपल चेज), धारुन अय्यासामी और जबीर एमपी (400 मीटर बाधा दौड़), तेजस्विन शंकर (हाई जंप), एस मुरली (लांग जंप), तेजिंदर पाल सिंह (शाटपुट), शिवपाल सिंह, नीरज चोपड़ा, विपिन कृष्णा (जैवलिन थ्रो), गोपी, नितेंदर सिंह रावत (मैराथन), इरफान, देवेंदर सिंह, गनपति कृष्णन, मनीष सिंह रावत (20 किमी वॉक), 4 गुणे 400 मीटर रिले टीम।
महिला वर्ग- दुती चंद (100 मीटर), अर्चना सुरेंदरन (200 मीटर), अंजली देवी (400 मीटर), चित्रा पीयू (1500 मीटर), कमलप्रीत कौर (डिस्कस थ्रो), अन्नू रानी (जैवलिन थ्रो), सुधा सिंह (मैराथन), चार गुणे 400 मीटर रिले और 4 गुणे 400 मीटर मिक्स रिले।
विवेक कुमार सिंह बने फिजियो
राजकीय मेडिकल कॉलेज आजमगढ़ के डॉ. विवेक कुमार सिंह को प्रतियोगिता में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट बनाया गया है। डॉ. विवेक को यूपी सरकार विकलांगता के क्षेत्र में बेहतर योगदान के लिए राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है। वह साउंथ कोरिया में पैराबैडमिंटन और जापान में महिला हैंडबॉल एशियन चैंपियनशिप में भारतीय टीम के फीजियो रह चुके हैं।