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गणेश जी के इन विशेष मंत्रों का करें जाप तो घर में होगी धन की वर्षा

भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को देश भर में धूमधाम के साथ गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। जिसकी तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं। 2 सितंबर, सोमवार से गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो जाएगा और चारो तरफ भगवान गणेश के मंत्र और कीर्तन की आवाज सुनाई देगी। इस खास मौके पर लोग भगवान गणेश की काफी मन से पूजा करते हैं ताकि उनकी हर मनोकामना पूरी हो सके। इसलिए हम भी आपको बताने जा रहे हैं कि भगवान गणेश की पूजा करते वक्त किन-किन मंत्रों का जाप करें।

नारद उवाच, प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम्।
भक्तावासं स्मरेन्नित्यं आयुःकामार्थ सिद्धये।।
लंबी आयु, कामना और अर्थ को सिद्धि के लिए इस मंत्र का जाप करें। क्योंकि नारद जी का कहना है कि गौरीपुत्र गणेश का हम सिर झुकाकर प्रणाम करते हैं। और लंबी आयु के लिए उनका स्मरण करते हैं।

विद्यार्थी लभते विद्यां, धनार्थी लभते धनम्।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान्-मोक्षार्थी लभते गतिम्।।
जो कोई भी विद्यार्थी गणपति स्तोत्र मंत्र का जप करता है तो उसे धन के रूप में विद्या मिलती हैं। धन की कामना करने वालों को धन की प्राप्ति होती है। संतान चाहने वालों को संतान और मोक्ष चाहने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

प्रथमं वक्रतुंण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम।
तृतीयं कृष्णपिंगाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम।।
भगवान श्रीगणेश का पहला नाम वक्रतुण्ड, दूसरा एकदंत, तीसरा कृष्णपिंगाक्ष और चौथा नाम गजवक्त्र है।

लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव च।
सप्तमं विघ्नराजं च धूम्रवर्णं तथाष्टमम्।।
भगवान गणेश का पांचवां नाम लंबोदर, छठवां नाम विकट, सातवां नाम विघ्नराजेन्द्र और आठवां नाम ध्रूमवर्ण है।

नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु गजाननम्।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम्।।
भगवान गणेश का नौवां नाम भालचंद्र, दसवां नाम विनायक, ग्यारहवां नाम गणपति और बारहवां नाम गजानन है।

द्वादशैतानि नामामि त्रिसन्ध्यं य: पठेन्नर:।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं प्रभो।।
भगवान गणेश के इन 12 नामों का जो भी संध्याओं में पाठ करता है, उसे किसी भी तरह का भय नहीं रहता है। साथ ही इन नामों का जाप करने से सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं।

अष्टभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वा य: समर्पयेत।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादत:।।
जो कोई भी व्यक्ति इसको लिखकर आठ लोगों को समर्पण करता है। गणेशजी की कृपा से उसे हर तरह की विद्या प्राप्त हो जाती है।

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