ममता ने कहा- NRC के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध करेगी तृणमूल…
कोलकाता । राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) की लिस्ट आने के बाद ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। इस लिस्ट में करीब 19 लाख लोगों का नाम नहीं है। ऐसे में लोगों के सामने संकट है कि वह क्या करें? इस बीच, एनआरसी लिस्ट को लेकर सियासत शुरू हो गई है।
बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस एनआरसी के खिलाफ सड़क पर उतर कर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन करेगी। इसके लिए पार्टी प्रमुख व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को हुई पार्टी नेताओं की बैठक में कार्यसूची तैयार की है। सूत्रों ने बताया कि तृणमूल की ओर से 7 व 8 सितंबर को विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा जबकि ममता बनर्जी के नेतृत्व में 12 सितंबर को कोलकाता में चिडि़या मोड़ से लेकर श्यामबाजार पांचमाथा तक मार्च निकाला जाएगा।
बैठक में मौजूद एक तृणमूल नेता ने कहा कि बैठक के दौरान सुश्री बनर्जी ने असम में एनआरसी की अंतिम सूची से बाहर रखे गए 19 लाख से अधिक लोगों के भविष्य को लेकर चिंता प्रकट की। उन्होंने पार्टी नेताओं से लोगों के बीच जाकर उन्हें भाजपा की भयावह चालबाजियों के बारे में बताने को कहा। उन्होंने लोगों को यह भी बताने को कहा कि अगर भाजपा बंगाल में सत्ता में आई तो वह यहां भी एनआरसी लागू कर सकती है।
बता दें कि ममता बनर्जी असम में एनआरसी को लेकर पहले ही कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर कर चुकी हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि पहले मुझे एनआरसी की नाकामी की जानकारी नहीं थी। जैसे जैसे जानकारी आ रही है हम यह देखकर हैरान है कि एक लाख से अधिक गोरखा लोगों को इस सूची से बाहर कर दिया गया है। सीआरपीएफ और अन्य जवानों सहित हजारों असली भारतीयों के नामों को एनआरसी से बाहर रखा गया है।