IS तक न्यूक्लियर मैटीरियल पहुंचाने की फिराक़ में रूसी स्मगलर्स, FBI ने कोशिश की नाकाम
नई दिल्ली (7 अक्टूबर) :आतंकी संगठन ‘इस्लामिक स्टेट’ (आईएसआईएस) की परमाणु हथियारों तक पहुंच की कोशिशों का एक और खुलासा हुआ है। एक जांच से पता चला है कि तस्करों के गैंग्स ने बहुत ऊंची रेडियोधर्मिता (रेडियो एक्टिव) वाले पदार्थ आईएस तक पहुंचाने के लिए कई बार खरीददार ढूंढने की कोशिश की।
स्काई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशंस (एफबीआई) के अधिकारियों ने बीते पांच साल में चार ऐसी कोशिशों को नाकाम किया है। इन कोशिशों में रूसी संपर्क वाले गैंग्स ने मध्य पूर्व के आतंकियों से डील करना चाहा था। सबसे ताज़ा मामला इसी साल फरवरी में सामने आया। जब एक तस्कर ने आईएस को सेसियम बेचने की फिराक मे था। इसकी थोड़ी सी मात्रा ही सैकड़ों घरों और दफ्तरों को विकिरण का असर डालने के लिए काफ़ी होती है।
अंडरकवर जांच को मोल्डोवा में केंद्रित रखा गया था। मोल्डोवा पश्चिमी यूरोप में रोमानिया और यूक्रेन के बीच स्थित है।
2011 में ‘द कोलोनल’ के छदम नाम वाले एक रूसी शख्स के नेतृत्व में चलने वाले ग्रुप ने बम बनाने में इस्तेमाल होने वाले यूरेनियम को सूडान के एक व्यक्ति को बेचने की कोशिश की थी। इसके साथ डर्टी बम बनाने का ब्लू प्रिंट भी था। बताया जाता है कि ‘द कोलोनल’ रूस की एफएसबी इंटेलीजेंस एजेंसी में ऑफिसर रह चुका है। इस कोशिश को एक मिडिल मैन के घर पर छापा मार कर नाकाम किया गया था। लेकिन ‘द कोलोनल’ भागने में कामयाब रहा था। अधिकारियों को ये नहीं पता कि ‘द कोलोनल’ के पास और परमाणु सामग्री हैया नहीं।
एक खरीददार की तरह पहुंचे अंडर कवर अधिकारी से मिडिल मैन ने कहा था कि- “ये यूरेनियम मध्य पूर्व के आतंकियों तक पहुंचना ज़रूरी है। मैं इस्लामी खरीददार चाहता हूं जिससे कि वो अमेरिकियों पर बम गिरा सकें।”
अधिकतर मामलों में मध्यम स्तर के लोग ही गिरफ्तार किए जा सके लेकिन उनके सरगना हाथ नहीं आ सके। इन सरगनाओं के पास बड़ी मात्रा में रेडियोएक्टिव पदार्थ हो सकते हैं।
रूस और पश्चिम जगत के देशों में तनाव बढ़ने से जांचकर्ताओं का काम और मुश्किल हो गया है। अब ये पता लगाना मुश्किल है कि ब्लैक मार्केट में उपलब्ध रूस की रेडियो एक्टिव सामग्री का तस्कर कहां आदान-प्रदान कर रहे हैं।
मोल्डोवा के पुलिस अधिकारी कोस्टेन्टिन मेलिक उन चारों मामलों की जांच से जुड़े रहे जिनमें रेडियोएक्टिव पदार्थ को मध्य पूर्व के आतंकियों को बेचने की कोशिश की गई। उनका कहना है- “इस तरह की और कोशिशों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। जब तक तस्करों को लगता है कि वो बिना पकड़े मोटी रकम कमा सकते हैं वे ऐसे प्रयास करते रहेंगे।”
अंडरकवर जांचकर्ता इसके लिए विकिरण का पता लगाने वाली हाई टेक डिवाइसेस के साथ ऐसे कपड़े पहनते हैं जिनमें रिकॉर्डिंग उपकरण लगे होते हैं। मुखबिर और अंडरकवर पुलिस अधिकारी ने एफबीआई की ओर से उपलब्ध कराई गई मर्सिडीज़ कार का उपयोग किया। इसी के ज़रिए उन्होंने नाइट क्लबों में तस्करों के गैंग के साथ सीक्रेट मीटिंग की।