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सीटों के बंटवारे पर फंसा पेंच
मुम्बई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना और भाजपा के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महाराष्ट्र में सभी दल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा है, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी तल्खी लगातार बढ़ती ही जा रही है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी बराबरी की स्थिति में ही बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बराबरी पर ही गठबंधन किया जाएगा। संजय राउत ने साफ शब्दों में कहा कि 144 सीटें नहीं मिलेंगी तो बीजेपी के साथ विधानसभा चुनावों में गठजोड़ भी नहीं किया जाएगा। बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच राज्य में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ होती नहीं दिख रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी-शिवसेना गठबंधन में भजपा बड़े भाई की भूमिका निभाना चाहती है। वहीं, शिवसेना बराबरी का दर्जा चाहती है। ऐसे में दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर रस्साकशी चल रही है। ऐसे माहौल में संयज राउत के बयान की अहमियत बढ़ जाती है।
दरअसल, संजय राउत से पहले महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता दिवाकर राउते ने कहा था कि 144 सीटें नहीं मिलने पर बीजेपी के साथ चुनावी गठजोड़ टूट सकता है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा, जब अमित शाह और मुख्यमंत्री (देवेंद्र फड़णवीस) के बीच बातचीत के दौरान 50-50 का फॉर्मूला अपनाने का फैसला कर लिया गया तो यह बयान (दिवाकर राउते का बयान) गलत नहीं है। चुनाव साथ (बीजेपी के) लड़ेंगे, क्यों नहीं लड़ेंगे। सीट बंटवारे से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अनुच्छेद 370 को लेकर केंद्र सरकार की तारीफ की थी। साथ ही उन्होंने राम मंदिर बनाने की मांग भी की थी। उन्होंने कहा था कि अब राम मंदिर के लिए इंतजार करने का कोई मतलब नहीं बनता है। ठाकरे ने कहा था कि हमनें शिवसेना कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह तैयार रहे हैं। अब समय आ गया है जब राम मंदिर की आधारशिला अयोध्या में रखी जाएगी। यह वह मुद्दा है जिसे हमारे संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने देखा था।