अद्धयात्मजीवनशैली

आपके नहाने का समय बताता है, आप इंसान श्रेणी में है या राक्षस श्रेणी में…

आप सभी को बता दें कि शास्त्रों में स्नान से संबंधित कई बातों का उल्लेख किया गया है. इन्ही में दिन के किस समय किया गया स्नान क्या महत्व रखता है यह भी बताया गया है. जी हाँ, धर्म शास्त्र में स्नान को चार उपनाम दिए गए हैं और आज हम आपको बताने जा रहे हैं किस समय नहाने से इंसान किस श्रेणी में आता है.

मुनि स्नान – कहते हैं ब्रह्म मुहूर्त यानि कि सुबह 4-5 के बीच किया गया स्नान मुनि स्नान कहलाता है. वहीं शास्त्रों में मुनि स्नान को सबसे शुभ माना जाता है. कहते हैं जो व्यक्ति प्रतिदिन मुनि स्नान करता है उसके घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है इसके साथ ही उसका शारीरिक बल भी बना रहता है और दिमाग भी शांत रहता है.

देव स्नान – कहा जाता है सुबह 5-6 के बीच जो स्नान किया जाता है, उसे देव स्नान के नाम से जाना जाता है. वहीं इससे इंसान को अपनी जिंदगी में यश,सुख और शांति मिलने लगता है.

मानव स्नान – मानव स्नान की बात करें तो सुबह 6 से 8 बजे के बीच में किया गया स्नान मानव स्नान माना जाता है. कहते हैं मानव स्नान करने से व्यक्ति को अपने हर काम में सफलता मिलती है इसी के साथ उसके सभी काम बन जाते हैं.

राक्षस स्नान – कहते हैं जो व्यक्ति सुबह के 8 बजे के बाद स्नान करता है उसे राक्षस स्नान कहा जाता है. जी हाँ, वहीं शास्त्रों में राक्षस स्नान को सबसे निकृष्ट माना गया है और इसे करने से इंसान को बचकर रहना चाहिए.

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