एक हजार विदेशियों से ठगी करने वाले गिरोह के 25 लोग हुए गिरफ्तार
जयपुर पुलिस ने अमेरिका, हांगकांग, चीन और जापान सहित कई देशों के लोगों को सस्ती ब्याज दर पर लोन दिलाने से लेकर सिक्योरिटी अपडेट कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के 25 लोगों को पकड़ा गया है। इनके पास से 25 लाख रुपये,10 लैपटॉप और दो दर्जन मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। आरोपितों ने जयपुर के जवाहर सर्किल और चित्रकुट में दो फर्जी कॉल सेंटर बना रखे थे। गिरोह के लोगों ने पुलिस की पूछताछ में एक हजार से अधिक विदेशियों से ठगी की बात कबूली है।
जवाहर सर्किल में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का मास्टर माइंड वैभव पारीक और चित्रकूट में चल रहे कॉल सेंटर का मुखीया मंदीप सिसंह है। दोनों आपस में मिलकर ठगी करते थे। इन्होंने दोनों कॉल सेंटरों पर 23 लड़के-लड़कियों को विदेशों में कॉल करने के लिए रख रखा था। गिरोह ने विदेशी मूल के लोगों के साथ ही अन्य देशों में रह रहे भारतीयों को भी अपने जाल में फंसाया। इंटरनेट कॉल के माध्यम से कॉल सेंटरों में काम करने वाले लड़के-लड़की विदेशों में रहने वाले लोगों को वहीं की भाषा में कॉल करते थे।
फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर फंसाते थे
पकड़े गए ठग विदेशी कंपनियों से ही डेटा खरीद कर वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल टेक्नोलॉजी से विदेशों में रह रहे लोगों को फंसाते थे। जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संतोष चालके ने बताया कि गुरुवार देर रात पकड़े गए गिरोह के सदस्यों में चार इंजीनियर और शेष दसवीं कक्षा से लेकर ग्रेजुएट तक हैं। ये सभी फर्राटेदार अंग्रेजी और अन्य देशों की स्थानीय भाषा बोलते हैं। गिरोह के सरगना कम अपने यहां नौकरी देने से पहले युवक-युवतियों को अंग्रेजी और अन्य देशों की भाषा सिखाते थे।
पकड़े गए लोगों ने पुलिस को बताया कि प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को कॉल करते थे। गिरोह के तार मुंबई तक जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका के लोगों से वे कुछ सैकड़ों डॉलर में ठगी करते थे, जिससे उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं हो। पूछताछ में उन्होंने बताया कि अमेरिका के लोगों को खुद के साथ ठगी होने की जानकारी मिलती थी तो कम राशि होने के कारण वहां की सरकार पीड़ितों को मुआवजा दे देती थी। इस कारण ठगी के शिकार लोग मामला दर्ज नहीं कराते थे।
पकड़े गए लोगों में कई राज्यों के युवक -युवती शामिल
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए लोगों में उज्जैन की पूजा सोनी, गुजरात का चिराग पटेल, अहमदाबाद का दीपक, सिरोही का वैभव पारीक, तन्मय त्रिवेदी, गाजियाबाद का नितिन, महिम डेविड, भरत कलवानी, अवान डेविड, अहमदाबाद का शुभम मंडल, प्रतीक जाधव, राणा शुभम, भोपाल का सुरोजित पातरो, ग्वालियर का सूरज राजपूत, मिंटू चंदन, पार्थ राजेश मेहता, दर्शन शाह, सागर हीरालाल, गांधी नगर का रोशन राज और प्रफुल्ल भाई, असम का टेगरिक संगमा और लिया मार्क, नगालैंड का महादेमो चुग्गी, मध्य प्रदेश में पीथमपुर के शुभम जोशी और यज्ञराज एवं जयपुर के रोहित को पकड़ा गया है।