हरिद्वार । आइआइटी रुड़की के दीक्षा समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊचाईयों को छुआ है। चंद्रयान-2 का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने दिखा दिया कि हम किसी से कम नहीं हैं। कहा कि सिर्फ सॉफ्ट लैंडिंग को छोड़ दिया जाए तो पूरा अभियान सफल रहा। उन्होंने वैज्ञानिकों को इसके लिए बधाई भी दी। राष्ट्रपति ने कहा कि आइआइटी अपनी गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। कहा कि संस्थानों में होने वाले शोध का लाभ आम आदमी तक पहुंचना चाहिए।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की में आयोजित दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेडल और डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन छात्रों के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने छात्रों को लगन और कड़े परिश्रम के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। साथ ही कहा कि संस्थान के पूर्व छात्रों को अपने मातृ संस्थान के विकास के लिए योगदान देना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि क्योंकि पूर्व छात्रों की शिक्षा के लिए देशवासियों ने करदाताओं के रूप में योगदान दिया है। ऐसे में पूर्व छात्रों को समाज कल्याण के लिए और वंचित लोगों के सहायता के लिए अपना योगदान देना चाहिए। इससे शिक्षा व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी। राष्ट्रपति ने आइआइटी और इसरो के बीच एमओयू हस्ताक्षर होने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने चंद्रयान-2 को लेकर अपने अनुभव साझा किए। बताया कि जब वे इसी साल जुलाई में इसरो सेंटर गए थे तो उन्हें वहां पर तीन प्रोजेक्ट मैनेजर मिले थे, जिनमें से दो महिला प्रोजेक्ट मैनेजर थी। महिलाओं की कर्तव्यनिष्ठा को देखकर उन्हें गर्व का अनुभव हुआ। राष्ट्रपति ने साइंटिफिक क्षेत्र में पुरुषों के सामान्य ही महिलाओं की भागीदारी होने पर भी जोर दिया।
दीक्षा समारोह में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी छात्रों को संबोधित कर उनका उत्साह बढ़ाया। इस मौके पर राष्ट्रपति की धर्मपत्नी सविता कोविंद, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, संस्थान के निदेशक डा अजित कुमार चतुर्वेदी, डीन एकेडमिक प्रो. एनपी पाढ़ी आदि उपस्थित रहे।
इससे पहले, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सुबह दिल्ली से विशेष विमान से देहरादून की जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। जौलीग्रांट ग्रांट एयरपोर्ट पर प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत, मेयर सुनील उनियाल गामा, मुख्य सचिव, डीजीपी व प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका पुष्पगुच्छ के साथ स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सेना के हेलीकॉप्टर से हरिद्वार के लिए रवाना हुए।