अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2019 में हिस्सा लेंगे सीमैप के 14 वैज्ञानिक एवं शोधछात्र
लखनऊ: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालयों और विभागों तथा विज्ञान भारती के संयुक्त तत्वावधान में होने वाला वार्षिक कार्यक्रम भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ)-2019 इस साल 5 से 8 नवंबर तक कोलकाता में होगा. इस साल पांचवां संस्करण है जिसमे भारत और दुनिया के दूसरे देशों के स्टूडेंट्स, शिल्पकारों, किसानों, वैज्ञानिकों तथा तकनीकविदों का समागम में भारत की वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रगति का उत्सव मनाएंगे. इस वर्ष महोत्सव का मुख्य विषय ‘राइजेन इंडिया’ अर्थात राष्ट्र को सशक्त बनाता अनुसंधान, नवाचार और विज्ञान है.
5 से 8 नवंबर तक कोलकाता में होगा पांचवां संस्करण
सीएसआईआर-सीमैप संस्थान के निदेशक डॉ. अब्दुल समद ने जानकारी दी कि इस वर्ष सीमैप के 14 वैज्ञानिक एवं शोधछात्र आईआईएसएफ-2019 में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे. इस ज्ञान के महाकुम्भ में सीमैप द्वारा मुख्यत: कृषि, स्वास्थ्य अनुसंधान, युवा वैज्ञानिक तथा आउटरीच से जुड़े सम्मेलनों में भाग लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि आईआईएसएफ युवाओं के मन में विज्ञान के प्रति पैदा करने और विज्ञान लोकप्रियकरण के भागीदारों की नेटवर्किंग को मजबूत करने का एक प्रयत्न है. कोलकाता के बिश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर और साइंस सिटी में मुख्य रूप से हो रहे आईआईएसएफ 2019 में तकरीबन 12000 लोगों के आने की उम्मीद है. आयोजन के दौरान कुछ कार्यक्रम कोलकाता के सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट और इंडियन इंस्टिट्यूट आफ केमिकल बायलाजी में भी होंगे.
आईआईएसएफ में इस बार होंगी 28 गतिविधियां
मीडिया प्रभारी ई. मनोज सेमवाल के अनुसार आईआईएसएफ-2019 में सीमैप अपने विभिन्न उत्पादों, प्रकाशनों तथा विभिन्न तकनीक को भी प्रदर्शित करेगा. कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रदीप्तो मुखोपाध्याय ने सीमैप द्वारा आम जन-मानस में विज्ञान महोत्सव का प्रचार एवं प्रसार के योगदानों को बताया जिसमें मुख्यत: दो दिवसीय सम्मेलन जो कि आईआईटीआर में 15 एवं 16 अक्तूबर 2019 को किया गया था तथा सीमैप में विभिन्न स्कूलों के बच्चों का भ्रमण भी सम्मिलित है.
डॉ. एसके तिवारी (अध्यक्ष, विज्ञान भारती, अवध प्रांत), ने कहा कि आईआईएसएफ को एक मेले की तरह आयोजित किया जा रहा है जिसमें इस वर्ष लगभग 28 गतिविधियां होंगी और विज्ञान की विधाएं इसके द्वारा आम जन-मानस तक पहुंचेंगी. उन्होंने कहा कि इस आयोजन का मुख्य मक़सद वैज्ञानिकों, छात्रों एवं नीति निर्धारकों को ऐसा माध्यम उपलब्ध कराना है जिससे कि भारत को एक सशक्त राज्य बनाया जा सके. श्रेयांश मंडलोई (प्रांत संगठन मंत्री, विज्ञान भारती) ने बताया कि आईआईएसएफ 2019 मे छात्र विज्ञान ग्राम कार्यक्रम के तहत देश भर से लगभग 2500 स्कूली विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है. यह विद्यार्थी माननीय सांसदों के सांसदीय क्षेत्रों के किसी गोद लिए गांव से आएंगे. उन्होंने कहा कि यूपी से लगभग 30 विभिन्न संगठनों से लगभग 500 प्रतिभागी कोलकाता में आईआईएसएफ 2019 में भाग लेंगे.