ट्रंप ने क्यूबा जाने वाली फ्लाइटों पर लगाया बैन, ओबामा के वादे को किया नजरअंदाज
वाशिंगटन । अमेरिका ने शुक्रवार को एलान किया कि वह क्यूबा में हवाना को छोड़कर बाकी सभी शहरों के लिए अमेरिकी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाएगा। समाचार एजेंसी एपी ने दो अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है। गौर करने वाली बात यह है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने क्यूबा के साथ रिश्तों को मजबूती देने की पहलकदमी की थी। विदेशी कूटनीति के जानकारों की मानें तो ट्रंप प्रशासन का यह फैसला अमेरिका के पूर्व के किए गए वादों से पीछे हटने जैसा कदम माना जाएगा।
बता दें कि क्यूबा सरकार ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के शासन को समर्थन दिया है। माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन ने यह कदम क्यूबा सरकार पर दबाव बढ़ाने के मद्देनजर लिया है ताकि वह वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के शासन को समर्थन देने के अपने फैसले पर विचार करे। अमेरिकी परिवहन विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वह मध्य क्यूबा में सेंटा क्लारा के साथ पूर्वी हिस्सों के कुछ शहरों में दिसंबर से उड़ानों को प्रतिबंधित करेगा। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, हवाना के लिए अमेरिकी उड़ानें जारी रहेंगी।
हालांकि, कहा जा रहा है कि अमेरिकी कानून के तहत क्यूबा में पर्यटन पर लगाई रोक के चलते ही इस प्रतिबंध लगाया जा रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक, अभी साफ नहीं हो पाया है कि पर्यटन के लिए अमेरिका से उड़ान भरने वालों की संख्या कितनी है। बता दें कि क्यूबाई मूल के कई अमेरिकी नागरिक सड़क मार्ग से हवाना से दूर स्थित शहरों में बसे अपने रिश्तेदारों से मिलने जाते हैं। ऐसे में अमेरिका का यह कदम उन लोगों के लिए बड़ी समस्या बन जाएगा।
बता दें कि बीते मई महीने में वेनेजुएला में जारी आर्थिक संकट के बीच वहां की जनता की विद्रोह कर दिया था। इस विद्रोह का सैनिकों ने भी समर्थन किया था। रिपोर्टों के मुताबिक, राजधानी की सड़कों पर करीब 10 हजार लोग उतर आए थे। यह भी दावा किया गया था कि राष्ट्रपति मादुरो क्यबूा भागने वाले थे। इसके बाद रूस ने हस्तक्षेप किया था और उनको रुकने के लिए कहा था। बीते दिनों स्व घोषित राष्ट्रपति जुआन गुएडो के साथ एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध में सैनिकों पर से मादुरो की पकड़ ढीली पड़ने की खबरें आई थीं।