अन्तर्राष्ट्रीय

PM नरेंद्र मोदी बोले- ASEAN हमारी नीति का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा

मोदी ने रविवार को बैंकॉक में आयोजित 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में कहा कि आसियान हमारी एक्ट ईस्ट पॉलिसी का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा। एक एकीकृत और प्रगतिशील आसियान भारत का पक्ष लेगा। उन्होंने कहा कि हम समुद्री सुरक्षा, समुद्री संसाधनों से जुड़ी अर्थव्यवस्था और इस तरह के कई अन्य मुद्दों पर मानव सहयोग पर अपनी साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं।

इसके साथ ही आसियान देशों के भौतिक और डिजिटल संपर्क के लिए एक बिलियन डॉलर की भारतीय लाइन ऑफ क्रेडिट उपयोगी होगी। हमारा इरादा अध्ययन, अनुसंधान, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने का है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान सम्मेलन से पहले रविवार को बैंकॉक में आयोजित आदित्य बिरला ग्रुप के स्वर्ण जयंती समारोह में थाईलैंड के नागरिकों को भारत आकर निवेश और व्यापार करने का न्योता दिया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब पांच ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सपना देख रहा है। जब 2014 में मेरी सरकार ने कार्यभार संभाला था, तब भारत की जीडीपी दो ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की थी।

उन्होंने यह भी कहा कि पांच साल में, हमने इसे लगभग तीन ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ा दिया है। यह मुझे विश्वास दिलाता है कि पांच ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना जल्द ही एक वास्तविकता होगी।

लालफीताशाही-भ्रष्टाचार में कमी आ रही

प्रधानमंत्री ने यहां कहा कि यह भारत आने का सबसे अच्छा समय है। कई चीजें बढ़ रही हैं जबकि कई अन्य चीजों में कमी आ रही है। व्यापार करने में आसानी, जीवनयापन में आसानी, विदेशी निवेश (एफडीआई), वन क्षेत्र, पेटेंट, उत्पादकता, बुनियादी ढांचा बढ़ रहा है। जबकि कर, कर की दरें, लालफीताशाही, भ्रष्टाचार में कमी आ रही है।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हम यहां थाईलैंड की सुवर्णा भूमि पर आदित्य बिड़ला समूह की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। यह वास्तव में एक विशेष अवसर है। मैं आज आपको भारत में हो रहे कुछ सकारात्मक बदलावों की तस्वीर के बारे में बताने के लिए उत्सुक हूं। मैं पूरे विश्वास के साथ आपसे कहता हूं कि यह भारत में होने का सबसे अच्छा समय है।

सफलता की कई कहानियां

भारत ने पिछले पांच वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में सफलता की कई कहानियां देखी हैं। इसका कारण केवल वहां की सरकारें ही नहीं हैं। भारत ने सामान्य नौकरशाही के तरीके से काम करना बंद कर दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सालों तक गरीबों पर जो पैसा खर्च किया गया वो वास्तव में उन तक पहुंचा ही नहीं।

हमारी सरकार ने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के जरिए इस संस्कृति को समाप्त किया है। डीबीटी लाभ को सीधे जरूरतमंद तक पहुंचाने के लिए है। इसने बिचौलियों और अक्षमता की संस्कृति को समाप्त कर दिया है।

एक और क्षेत्र जहां हमने महत्वपूर्ण काम किया है वह है कराधान। मुझे खुशी है कि भारत लोगों के लिए सबसे अधिक अनुकूल कर व्यवस्थाओं में से एक है। हम इसे और भी बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अभी जो कुछ कहा है, वह सभी भारत को निवेश के लिए दुनिया की सबसे आकर्षक अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाता है।

एफडीआई वाले शीर्ष दस देशों में हम: मोदी

पिछले पांच वर्षों में भारत को 286 बिलियन अमेरिकी डॉलर का एफडीआई प्राप्त हुआ। यह पिछले बीस वर्षों में भारत में आए कुल एफडीआई का लगभग आधा है। कई एजेंसियों की रेटिंग में भारत की वृद्धि दर दिखाई देती है। हम एफडीआई हासिल करने वाले शीर्ष दस देशों में से एक हैं।

भारत ने पिछले पांच वर्षों में विश्व बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में 79 स्थानों की छलांग लगाई है। यदि किसी एक विशेष चीज की बात करूं जिस पर मुझे गर्व है, तो वह भारत की प्रतिभाशाली और कौशल वाला मानव संसाधन है। कोई आश्चर्य नहीं कि भारत दुनिया के सबसे बड़े स्टार्ट-अप इको-सिस्टम में से एक है।

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