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गंगनहर पटरी पर 589 करोड़ की लागत से बनेगा कांवड़ मार्ग, NH-58 पर घटेगा दबाव

गंगनहर की दायीं पटरी पर नया कांवड़ मार्ग बनाने केलिए डेढ़ साल पहले की गई सीएम की घोषणा पर अब अमल होता दिख रहा है। पीडब्ल्यूडी अधिकारी एक सप्ताह के भीतर मार्ग का निरीक्षण करके फाइनल रिपोर्ट पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड को सौंप देंगे। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से कांवड़ पटरी मार्ग पर बातचीत की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा के कारण गंगनगर की दायीं पटरी पर भी सात मीटर चौड़ी सड़क बनाने की घोषणा की थी। पीडब्ल्यूडी ने जुलाई 2018 में ही इसका बजट प्रस्ताव शासन को भेज दिया था। डेढ़ साल के भीतर कांवड़ पटरी मार्ग के प्रस्ताव में कई बार परिवर्तन किया गया। शासन से दायीं पटरी पर सड़क बनाने को हरी झंडी दी गई है।

589 करोड़ आएगी लागत
मुजफ्फरनगर से मेरठ और गाजियाबाद सीमा में गंगनहर की दायीं पटरी पर रजबहा और नहरों पर पुल बनाए जाएंगे। मुजफ्फरनगर के खतौली के निकट रेलवे पुल के लिए भूमि अधिग्रहण भी की जाएगी। जमीन अधिग्रहण के साथ सड़क और पुल निर्माण में 589 करोड़ के खर्च का अनुमान है। पीडब्ल्यूडी पूर्व में ही यह बजट प्रस्ताव ड्राइंग सहित शासन को भेज चुका है। अब शासन ने इसी प्रस्ताव की फाइनल डीपीआर मांग ली है।

सात मीटर चौड़ी होगी सड़क
गंगनहर की पटरी पर दुर्घटनाएं न हों, डिजाइन में इसका भी ध्यान रखा जाएगा। नहर किनारे सात मीटर पटरी छोड़कर बाकी भूमि पर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी ने प्रस्ताव के अनुसार सात मीटर की काली सड़क होगी। सड़क के दोनों साइड में दो से ढाई मीटर पटरी होगी। जिस पर सड़क के रखरखाव के लिए टाइल्स लगाई जाएंगी।

जाम से मिलेगी निजात
गंगनहर की दायीं पटरी पर सड़क बनने के बाद गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर और उत्तराखंड जाने वाले वाहनों को मोदीनगर के अंदर से मेरठ आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वाहनों का दबाव कम होने से दिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से राहत मिलेगी।

सड़क बनाने को काटने पड़ेंगे पेड़
कांवड़ मार्ग बनने से पहले पेड़ों का कटान किया जाना है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि पूर्व में ही वन विभाग को प्रस्ताव दे चुके हैं। शासन की मंशा के अनुरूप वन विभाग को दूसरा पत्र जारी किया जाएगा।

जनपद सड़क किमी में
मेरठ 42.30
मु.नगर 58.37
गा.बाद 12.35
नोट- कुल मिलाकर 113.020 किमी सड़क निर्माण होगा।

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