उन्नाव कांडः अखिलेश यादव बोले- सीएम के हटे बिना कानून व्यवस्था स्थापित नहीं हो सकती
उन्नाव कांड की पीड़िता की बीती रात दिल्ली में मौत के बाद प्रदेश का सियासी पारा एकाएक चढ़ गया है। मृत पीड़िता के परिवारीजनों को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जहां उन्नाव के लिए रवाना हो गई, वहीं सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानभवन के सामने धरने पर बैठ गए।
प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं के प्रति अपराधों में वृद्धि पर आक्रोश जताने के लिए अखिलेश यादव 11 बजे विधानभवन के सामने पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल व राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी के साथ धरने पर बैठ गए।
इससे पहले उन्होंने दो मिनट का मौन रखकर दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि दी। अखिलेश के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही कार्यकर्ताओं का विधानभवन पहुंचना शुरू हो गया। सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा राज में महिलाएं, बच्चियां सुरक्षित नहीं है। सपा पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ेगी।
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा उन्नाव की घटना बेहद दुखद और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि उन्नाव की बेटी जिंदा रहना चाहती थी, लेकिन डॉक्टरों की कोशिश के बाद भी वह नहीं बची। बीजेपी सरकार में यह पहली घटना नहीं है। बीजेपी सरकार में बेटियां न्याय मांग रही हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार में बेटियों के खिलाफ अपराध बढ़ा है। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी कानून व्यवस्था ठीक होने का दावा करती है। राज्य सरकार एक बेटी की जान नहीं बचा पाई।
अखिलेश यादव ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि उन्नाव की घटना भयानक है। इस सरकार में यह पहली घटना नहीं है। आज हमारे लिए काला दिवस है। डाक्टरों की कोशिश के बाद भी उन्नाव की बेटी की जान नहीं बच सकी। सपा रविवार को सभी जिला मुख्यालयों में शोकसभाएं करके उन्नाव की बेटी को श्रद्धांजलि देंगे। विधानभवन के सामने सांकेतिक धरने के बाद अखिलेश ने कहा कि उन्नाव की घटना बहुत दुखद। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। इस सरकार में ना बेटियां सुरक्षित है ना उनका सम्मान सुरक्षित है। क्या यही भारतीय जनता पार्टी का नारा था। उन्होने कहा, समाजवादी सरकार ने दुनिया की सबसे बेहतरीन महिला हेल्प लाइन 1090 दी। सरकार ने इसे बर्बाद कर दिया।
उन्होंने कहा, पूरा देश हैदराबाद की घटना को लेकर गुस्से में था। वैसी ही दुखद व निंदनीय घटना उन्नाव में हो गई। यह भाजपा सरकार में पहली घटना नहीं है। उन्नाव की बेटी बहादुर थी। उसके आखिरी शब्द थे कि हमें जिंदा रहना है। वह डॉक्टर से यही कह रही थी। उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर पहले भी उन्नाव से लड़की आई, बाराबंकी से लड़की आई थी लेकिन न्याय अभी तक नहीं मिला। लड़की की मौत के लिए सरकार दोषी है। जिन पर रेप व जलाने के आरोप हैं वे भाजपा से जुड़े लोग हैं। उन्नाव की बेटी हमारे बीच नहीं रही लेकिन लड़ने की प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री, डीजीपी और प्रमुख सचिव के हटे बिना प्रदेश में कानून व्यवस्था स्थापित नहीं हो सकती।
पीड़ितों से भेदभाव कर रही सरकार:
अखिलेश ने कहा, सरकार पीड़ितों के साथ भेदभाव कर रही है। एक पीडि़ता को 10 लाख दिए। प्रतापगढ़ के अनुसूचित जाति के दो लोग की मौत और उन्नाव में जिंदा जला देने के मामले में सरकार ने कोई मदद नहीं की। कहा, हम गंदी सियासत नहीं करते हैं। महिलाओं की रक्षा के लिए डायल 100 और 1090 शुरू किया। सरकार उसको भी सही से नहीं चला पा रही है। पार्टी के जिला मुख्यालय में कल शोक सभा का आयोजन किया जाएगा।