अगर आप है मांगलिक तो फिर जरूर जाये इस मंदिर में, वैवाहिक जीवन रहेगा खुशहाल
भारत में लाखों चमत्कारिक मंदिर हैं और जिनपर करोड़ों लोगों की आस्था है। इन्हीं मंदिरों में से एक ऐसा मंदिर है जहां मंगल दोष का निवारण होता है। इस मंदिर का नाम है – मंगल नाथ मंदिर। ये मंदिर महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थित है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में विधि-विधान के साथ पूजा-पाठ करवाने से कुंडली में मांगलिक दोष समाप्त होता है।
मंगल दोष को लेकर मंदिर की मान्यता
उज्जैन स्थित मंगल नाथ मंदिर की मान्यता देश और विदेश में है। मान्यता के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है वे यहां आकर उसके उपाय हेतु पूजा-पाठ एवं कर्म- कांड करवाते हैं। मंगल ग्रह को समर्पित इस मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, उज्जैन नगरी को मंगल की जननी भी कहा जाता है। इसलिए यहां पर मंगल दोष से पीड़ित जातक अपने दोष के निवारण हेतु आते हैं।
कुंडली में मंगल दोष से होता क्या है
मंगल दोष के कारण विवाह में देरी और वैवाहिक जीवन में कई तरह की परेशानियां होती हैं। दरअसल, कुंडली में बनने वाला मंगल दोष मंगल ग्रह के कारण बनता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह लग्न, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में बैठा हो तो उस व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष बनता है। यह वैवाहिक जीवन के लिए परेशानी कारण बनता है।
ज्योतिष शास्त्र में मंगल दोष के उपाय
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को क्रूर ग्रह माना गया है। इसी के कारण ही कुंडली में मंगल दोष पैदा होता है। अतः ज्योतिष में मंगल ग्रह की शांति के उपाय करने से कुंडली में मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है। इसके लिए हनुमान जी की आराधना, बजरंग बाण, हनुमान चालीसा आदि के जाप तथा अन्य प्रकार के उपाय से मंगल दोष निष्प्रभावी होता है।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है तो उसे उज्जैन के मंगल नाथ मंदिर में अवश्य जाना चाहिए। मंगल नाथ के दर्शन और पूजा-पाठ करने से मंगल दोष से छुटकारा मिलता है और वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है।