स्वास्थ्य

कैंसर से लेकर डायबिटीज़ को रोकने में मदद करता हैं कलोंजी, जानिए इसके फायदे

बीजों की पोषण संबंधी श्रेष्ठता अक्सर डॉक्टरों, आहार विशेषज्ञ, खाद्य विशेषज्ञों और स्वास्थ्य पेशेवरों के बीच चर्चा का विषय होती है। सीताफल के बीज, अलसी का बीज, तुलसी के बीज और भांग के बीज, सबसे स्वस्थ बीजों में से माने जाते हैं और साथ ही दुनिया के सबसे स्वस्थ खानों में से भी हैं।

अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए इन बीजों को खाने में शामिल करना ज़रूरी हैं क्योंकि ये उत्कृष्ट पोषक तत्व और कई तरह के स्वास्थ्य लाभों से भरपूर हैं। हालांकि, इनके अलावा एक और बीज है जो आपको कई तरह की बीमारियों से बचा सकता है, लेकिन इसका ज़िंक्र कम ही जगह होता है। ये बीज है कलोंजी, जो आजकल सबका ध्यान आकर्षित कर रहा है।

क्या होती है कलोंजी

कलोंजी को नाइजेला सीड्स भी कहा जाता है। ये नाइजेला साटीवा के फूल का बीज होता है। इस बीज का भारतीय और मिडल ईस्ट व्यंजनों में काफी इस्तेमाल होता है। खाने में इस्तेमाल किए जाने के अलावा इसके कई औषधीय उपयोग भी हैं। नाइजेला के बीज के कई सिद्ध लाभ इसे कई बीमारियों के लिए एक शक्तिशाली उपाय बनाते हैं।

तो आइए जानते हैं कलोंजी के फायदे:

कॉलेस्ट्रॉल कम करती है

ये साबित हो चुका है कि कलोंजी में कॉलेस्ट्रॉल को कम करने के गुण हैं। कलोंजी खराब कॉलेस्ट्रॉल और ब्लड ट्राइग्लिसराइड्स दोनों को कम करती है। हालांकि खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कलोंजी के बीज से ज़्यादा असरदार कलोंजी का तेल होता है।

मधुमेह को करता है कंट्रोल

कलोंजी के बीज रक्त शर्करा को विनियमित करने में मदद करते हैं, इस तरह रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोकते हैं। मधुमेह के रोगियों के लिए मुख्य चिंता उच्च रक्त शर्करा है और कलोंजी इसे नियंत्रित करके मधुमेह को भी नियंत्रण में रखने में मदद करती है। जिसकी वजह से नर्व डैमेज और चोट का धीरे ठीक होना जैसे डायबिटीज़ के खतरनाक लक्षण दूर होते हैं।

पेट के छालों से निजात दिलाता है

पेट में छाले काफी दर्दनाक होते हैं। ऐसे में कोलंजी के बीज काफी मददगार साबित हो सकते हैं। कलोंजी पेट की परत को संरक्षित करने में मदद करती है, जो न सिर्फ छालों के गठन को रोकता है, बल्कि शराब से सुरक्षा भी प्रदान करता है।

लिवर की सुरक्षा करती है

कलोंजी में ऐसे गुण होते हैं जो लिवर को चोट और क्षति से बचाते हैं। यह अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों की वजह से ऐसा करता है जो ऑक्सीडेटिव क्षति और सूजन को कम करने की क्षमता को रोकता है।

कैंसर के खतरे को कम करता है

क्योंकि कलोंजी में एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा काफी ज़्यादा होती है, इसलिए ये मुक्त कणों को बेअसर कर सकती है, यौगिक जो कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव नुकसान पहुंचाते हैं। मुक्त कणों की वजह से ही कैंसर सेल्स बनते हैं और इनके बेअसर कर कलोंजी कैंसर के खतरे को कम कर देती है।

बैक्टीरिया से लड़ती है

कलोंजी के बीजों में शक्तिशाली जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो कई हानिकारक जीवाणुओं से लड़ते हैं और आपको त्वचा, फेफड़ों और कान के इंफेक्शन जैसे गंभीर इंफेक्शन्स से बचाती है।

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