वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी की आकस्मिक चेकिंग में पीठासीन अधिकारियों की सुरक्षा में लगे सात पुलिसकर्मी सोते पाए गए। एसएसपी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए जिले के चार पुलिसकर्मियाें को तीन दिन तक पुलिस लाइन में 10-10 किलोमीटर की दौड़ लगाने के आदेश दिए हैं। हरिद्वार से वीआईपी ड्यूटी पर आए तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल रिलीव करने के आदेश दिए। एसएसपी अरुण मोहन जोशी बुधवार देर रात सीधे प्रेमनगर स्थित होटल रीजेंटा पहुंचे, जहां पर देश के कई राज्यों से आए पीठासीन अधिकारी ठहरे हुए थे। ड्यूटी पर तैनात सात पुलिसकर्मी सोफे पर खर्राटे भरते पाए गए। उनके हथियार भी पास में रखे हुए थे। अचानक एसएसपी को अपने सामने देखकर उनकी आंखों से नींद फुर्र हो गई।
डिफॉल्टर परेड में शामिल होने के आदेश
उन्हाेंने नाराजगी जताते हुए पुलिसकर्मियों से पूछा कि क्या उनकी ड्यूटी सोने की है। उन्हाेंने एलआईयू के कांस्टेबल संदीप कवि, रायपुर थाने के सिपाही सुनील प्रसाद, क्लेमेंटाउन थाने के सिपाही अमोल राठी और सोहन सिंह को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर डिफॉल्टर परेड में शामिल होने के आदेश दिए।
ये पुलिसकर्मी तीन दिन तक पुलिस लाइन में रहकर 10-10 किलोमीटर की दौड़ लगाएंगे। हरिद्वार से वीआईपी ड्यूटी पर आए उप निरीक्षक रणवीर सिंह, कांस्टेबल रमेश चंद्र और निर्मल सिंह को तत्काल उनके तैनाती पर वापस भेजने के निर्देश दिए।
एसएसपी ने मुख्य द्वार पर ड्यूटी पर तैनात लाल ढांग चौकी प्रभारी उप निरीक्षक मनीष नेगी को सतर्क ड्यूटी पर एक हजार रुपये का नगद पुरस्कृत किया। प्रेम नगर चौक, किशन नगर चौक और दिलाराम चौक पर पिकेट ड्यूटी पर नियुक्त कर्मचारियों के प्रभावी चेकिंग करते हुए पाए जाने पर उत्तम प्रविष्टि प्रदान की।