इंटरनेट बंद: ऑनलाइन कारोबार को 2 दिन में 10 करोड़ का नुकसान
इंटरनेट बंद होने से शहर में ऑन लाइन कारोबार को 10 करोड़ रुपये का नुकसान महज दो दिनों में ही हो गया। इंटरनेट पर आधारित होटल, टैक्सी, खाने की बुकिंग ठप रही तो ई-कॉमर्स से खरीदारी और नेट बैंकिंग से फंड ट्रांसफर समेत बैंकिंग सेवाएं बंद रहीं। वीक एंड पर शहर में आए पर्यटकों को होटल से लेकर ताज तक ऑन लाइन सेवाएं ठप रहने से मुश्किलों का सामना करना पड़ा। ताज पर न कार्ड स्वाइप हुए, न स्कैन कर टिकट खरीदे इंटरनेट बंद होने के दूसरे दिन शनिवार को ताजमहल पर पर्यटकों के सामने बड़ी मुश्किलें रहीं। ताजमहल के टिकट काउंटरों पर टिकट खरीदने के लिए डिजिटल पेमेंट नहीं हो पाया। डेबिट और क्रेडिट कार्ड से ताज के काउंटरों पर भुगतान नहीं हुआ।
पीओएस मशीनों ने काम नहीं किया, वहीं स्कैन एंड पे सुविधा भी ठप रही। एएसआई ने हाल में ही क्यू आर कोड स्कैन कर ताज की टिकट मोबाइल पर ही लेने की सुविधा दी थी, जो इंटरनेट बंद होने से स्मार्टफोन धारक नहीं ले सके। इसके अलावा ऑन लाइन टिकटों की बुकिंग भी नहीं हुई।
ताज के टिकट काउंटरों पर सर्वर भी डाउन रहा, जो बार बार दिक्कतें खड़ी करता रहा। एएसआई कर्मचारियों ने ऑफ लाइन भी टिकट दिए। हालांकि शनिवार को 30 फीसदी सैलानियों की गिरावट के कारण पर्यटकों का दबाव काउंटरों पर नहीं रहा। पश्चिमी गेट पर हमेशा दिखने वाली भीड़ शनिवार को नजर नहीं आई।
ताजमहल पर शनिवार को जो पर्यटक आए, उन्हें रेलवे स्टेशन से ताज तक जाने के लिए ओला, उबेर जैसी टैक्सी सेवाएं नहीं मिल पाईं। जो ताज पहुंच गए, उन्हें ऑन लाइन और कार्ड स्वाइप कराकर टिकट नहीं मिल पाया। ऑन लाइन होटल बुकिंग के लिए पर्यटक अपने स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं कर पाए।
होटल कारोबारी संदीप अरोड़ा के मुताबिक सबसे ज्यादा दिक्कतें विदेशी पर्यटकों के सामने आई, जो ऑन लाइन बुकिंग कराकर होटल में ठहरे हैं, लेकिन भुगतान नहीं कर पा रहे। पीओएस मशीनें काम नहीं कर रहीं। जो बुकिंग ऑन लाइन आ रही हैं, उन्हें भी होटल संचालक कंफर्म नहीं कर पा रहे। यही हाल टूर आपरेटरों का है जो पर्यटकों की आइटनरी और गाइडों के साथ प्लानिंग करके नहीं भेज पा रहे।
लगातार दूसरे दिन ओला, उबेर जैसी टैक्सी सेवाएं ठप रहीं। लोगों को ऑटो और टैक्सी के लिए चौराहों तक जाना पड़ा। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर बाहर से आने वाले यात्रियों को ज्यादा दिक्कतें रहीं। दरअसल, उन्हें आगरा में इंटरनेट बंद होने की जानकारी नहीं थी, जिस वजह से उन्हें स्टेशन पर उतरने के बाद ही पता चल पाया कि यहां टैक्सी की ऑन लाइन सेवाएं नहीं हैं।
यही हाल खाना आर्डर करने का रहा। जोमेटो, स्विगी जैसे ऑन लाइन एप के जरिए रेस्तरां से मनचाहा खाना आर्डर नहीं किया जा सका। दूसरे दिन भी डिलीवरी मैन के पास आर्डर नहीं रहे।
शहर के सिनेमा हॉल पर इंटरनेट बंद रहने का असर ज्यादा पड़ा है। दरअसल, एप के जरिए मूवी टिकट बुकिंग हुई ही नहीं। ऑन लाइन मूवी टिकटों की बुकिंग 70 फीसदी तक होती है। केवल 30 फीसदी टिकट ही काउंटर से बिकते हैं।
शुक्रवार को नई फिल्म की रिलीज के साथ सिनेमाघर संचालकों ने बड़ी उम्मीदें बांधी थीं, लेकिन बदले माहौल में न केवल काउंटर से टिकट बुकिंग घटी, बल्कि इंटरनेट ठप होने से दोनों दिन सिनेमाघरों में शो खाली चल रहे हैं।
मेहर सिनेमा के संचालक आयुष अग्रवाल ने बताया कि क्रिसमस पर स्कूलों की छुट्टी के कारण वीक एंड पर सिनेमा हाल में बुकिंग के लिए मारामारी रहती थी, लेकिन चुनिंदा दर्शक ही शनिवार को फिल्म देखने पहुंचे।