मोदी ने कहा, ‘देश की जनता को अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता करने की जरुरत नहीं है’
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. एसोचैम (ASSOCHAM) के 100 साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था उनकी सरकार आने से पहले डिजास्टर की तरफ बढ़ रही थी हमने माहौल बनाया और उसे डिजास्टर की तरफ जाने से रोका है .
पीएम मोदी ने कहा, ‘एक समय पुरानी सरकार में एक तिमाही में GDP 3.5% तक गिर गई थी, कंज्यूमर मंहगाई सूचकांक 9.4% तक बढ़ गया था, थोक भाव महंगाई भी 5% से ऊपर था, वित्तीय घाटा 5.6% तक बढ़ गया था. उस समय GDP की कई बातें निराशाजनक थी . “
पीएम मोदी ने इशारों इशारों में कह दिया कि तब कोई इसकी इतनी बात नहीं करता था. प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इस विवाद में नहीं जाना चाहता कि लोग तब चुप क्यों थे, उतार चढ़ाव पहले भी आए पर देश में वो सामर्थ है कि वह पहले से ज्यादा मजबूत होकर निकला है, अब भी पहले से ज्यादा मजबूत होकर निकलेगा, भविष्य के लिए हमारे इरादे और हौसले बुलंद हैं यह बात कहने की जरूरत नहीं होती यह हमारी सरकार की पहचान है.”
5 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी के रोडमैप का लक्ष्य देते हुए मोदी ने ऐसे कई काम गिनाए जिससे देश की अर्थव्यवस्था को सुधारा जा रहा है जिसमें कॉरपोरेट टैक्स में कटौती और मजदूर का ख्याल रखते हुए कंपनियों के लिए आसान श्रम कानून ,GST, स्टार्ट अप के लिए माहौल की बात थी. कॉरपोरेट टैक्स कट पर तो मोदी ने चुनौती दी कि रिकॉर्ड उठाकर देख लें 100 साल में अब तक ये टैक्स की सबसे कम दर है.