यमुना एक्सप्रेस-वे घोटाला : पूर्व CEO सहित 20 के खिलाफ मामला दर्ज
नयी दिल्ली। यमुना एक्सप्रेसवे घोटाला मामले की जांच का जिम्मा अब सीबीआई (CBI ) ने ले लिया है। अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी दी कि सीबीआई (CBI ) ने अपनी प्राथमिकी में पूर्व सीईओ (CEO ) पीसी गुप्ता व 20 अन्य को नामजद किया है।
Yamuna Expressway Case: CBI has registered case against Yamuna Expressway Industrial Development Authority former CEO PC Gupta and 21 others on charges of criminal conspiracy, cheating,forgery and abuse of official position.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 25, 2019
अधिकारियों ने यह भी बताया कि सीबीआई (CBI ) ने उत्तर प्रदेश सरकार की अनुशंसा के अनुरूप यह कदम उठाया है। सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए मथुरा में बड़ी जमीनों की खरीद में हुई 126 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं की जांच करने को कहा है।
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अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार का आरोप है कि तत्कालीन यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे के लिए मथुरा के सात गांवों में 85 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी जिससे राज्य सरकार को 126 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
32 लोगों के खिलाफ हुआ था केस दर्ज
वहीं कासना पुलिस ने हाथरस जमीन घोटाला मामले में पीसी गुप्ता समेत 32 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। यमुना विकास प्राधिकरण अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने साल 2014 में अपने रिश्तेदार, परिचितों के लाभ के लिए इस घोटाले को अंजाम दिया।
खरीदी थी जरूरत से 3 गुना अधिक जमीन
इतना ही नहीं बाहरी लोगों के लाभ के लिए भी तत्कालीन प्राधिकरण के अधिकारियों ने मास्टर प्लान के इतर हाथरस जिले के मिघावली गांव में आवश्यकता से अधिक जमीन खरीदी। उस दौरान अधिकारियों ने सरकारी पैसे का गलत उपयोग करते हुए जरूरत से तीन गुना अधिक जमीन खरीदी थी।