महाकाल एक्सप्रेस में रिजर्व है भगवान शिव के लिए 64 नम्बर सीट
वाराणसी : महाकाल एक्सप्रेस की बोगी नंबर बी-5 में सीट नंबर 64 भगवान महाकाल के लिए आरक्षित रखी गई है। इस ट्रेन की एक सीट छोटे मंदिर के तौर पर तब्दील की गई है। आपको बताते जाएं कि चंदौली के पड़ाव से रिमोट के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को इस ट्रेन को रवाना किया था। महाकाल एक्सप्रेस में धार्मिक यात्रियों का विशेष ध्यान रखा गया है। इसमें चलने वाले यात्रियों के मनोरंजन और अध्यात्मिक अहसास के लिए भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया है। शुरुआती दिन में एक मंडली जाएगी, जो भजन-कीर्तन गाएगी। इसके बाद 20 फरवरी को भी एक मंडली का आयोजन होगा। इसके बाद लगातार कैसेट के जरिए अनांउसमेंट के जारिए लोग भजन-कीर्तन सुन पाएंगे। वाराणसी से इंदौर के बीच 20 फरवरी से चलाई जाने वाली काशी-महाकाल एक्सप्रेस में आठ अलग-अलग तीर्थस्थलों के लिए पैकेज भी होगा। वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, इंदौर, उज्जैन, भोपाल के धार्मिक व पर्यटन स्थलों के लिए आईआरसीटीसी ने एक पैकेज भी तैयार गया है। काशी महाकाल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों को जाने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा देगी। इससे दोनों ही प्रदेशों के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
ट्रेन सप्ताह में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को वाराणसी से चलेगी। यह लखनऊ, कानपुर, बीना, भोपाल, उज्जैन होते हुए इंदौर तक जाएगी। इंदौर से बुधवार और शुक्रवार को उज्जैन, संत हिरदाराम नगर (भोपाल), बीना, कानपुर और लखनऊ होकर वाराणसी जाएगी। वाराणसी-इंदौर वाया इलाहाबाद-कानपुर-बीना ट्रेन रविवार को चलेगी। इसके बाद सोमवार को इंदौर पहुंचेगी। हर सोमवार इंदौर, उज्जैन, संत हिरदाराम नगर, बीना, कानपुर, इलाहाबाद होकर वाराणसी पहुंचेगी।