जापानी तट पर खड़े ‘डायमंड प्रिंसेस’ में चार और भारतीय कोरोनावायरस से संक्रमित
जापान के तट से दूर खड़े जहाज ‘डायमंड प्रिंसेस’ पर सवार चालक दल के चार और भारतीय सदस्यों में जानलेवा कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। भारतीय दूतावास ने रविवार को बताया, इसके साथ ही वायरस से संक्रमित भारतीयों की संख्या 12 पहुंच गई है। वहीं, जो लोग संक्रमित नहीं पाए जाते हैं, उन्हें वापस घर भेजा जाएगा। भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, दुर्भाग्य से दोपहर 12 बजे (स्थानीय समयानुसार) मिले परिणामों में चालक दल के चार भारतीय सदस्य जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पहले, आठ भारतीयों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। सभी संक्रमित 12 भारतीयों पर इलाज का अच्छा असर हो रहा है। दूतावास के मुताबिक, जापानी अथॉरिटी ने जहाज पर सवार सभी लोगों के नमूने लिए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
दूतावास ने कहा, सभी नतीजे 25 से 26 फरवरी को आने की उम्मीद है। जो भारतीय संक्रमित नहीं पाए जाते हैं, उन्हें भारतीय दूतावास जल्द ही देश भेजने की व्यवस्था करेगा। टोक्यो के पास योकोहामा तट पर 3 फरवरी से खड़े जहाज पर सवार कुल 3,711 लोगों में से 138 भारतीय शामिल थे। इनमें चालक दल के 132 सदस्य और छह यात्री थे।
जहाज पर सवार तीसरे यात्री की मौत
इस बीच, जहाज पर सवार तीसरे यात्री की कोरोनावायरस से मौत हो गई। जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को इसकी पुष्टि की। मंत्रालय ने बताया, मृतक की पहचान 80 वर्षीय जापानी व्यक्ति के रूप में की गई है। कोरोनावायरस से संक्रमण की पुष्टि के बाद व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी मौत का कारण निमोनिया बताया गया है। इससे पहले, बृहस्पतिवार को दो बुजुर्गों की मौत हो गई थी।
वहीं, एक महिला जहाज में हुई जांच में नेगेटिव पाई गई, लेकिन बाद में उसमें कोरोनावायरस की पुष्टि हुई। इसी के साथ जहाज में पीड़ितों को अलग से रखने व बचाव के उपायों पर सवाल उठने लगे हैं। इस घटना पर जापान के स्वास्थ्य मंत्री कत्सुनोबो कातो ने माफी मांगी है। अधिकारियों के मुताबिक, 60 वर्षीय महिला बुधवार को जहाज से उतरकर टोक्यो के तोचिगी में अपने घर लौटी थी, लेकिन शुक्रवार को उसे बुखार आने के बाद जब जांच की गई तो महिला में कोरोना की पुष्टि हुई।
देश के सभी बंदरगाहों, हवाईअड्डों पर मई तक होगी ‘सातों दिन-24 घंटे’ निकासी
चीन में कोरोनावायरस का प्रकोप कम होने के बाद वहां से माल की आवाजाही में तेजी लाने के लिए मई 2020 तक सभी बंदरगाहों और हवाईअड्डों पर ‘सातों दिन-24 घंटे’ सीमा शुल्क निकासी सुविधा उपलब्ध होगी। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने सभी मुख्य आयुक्तों (सीमा शुल्क और केंद्रीय कर) को पत्र लिखा है कि ‘सातों दिन-24 घंटे’ के आधार पर बंदरगाहों, मालवाहक हवाईअड्डों पर तत्काल पर्याप्त संख्या में अधिकारियों की तैनाती की व्यवस्था की जाए।
बोर्ड ने पत्र में कहा गया है कि कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते चीन में जारी बंदी के चलते हमारी औद्योगिक इकाइयों के लिए कच्चे माल की आपूर्ति में बाधा आने की आशंका है। इस तरह चीन को होने वाले निर्यात में भी कमी आ सकती है। इस पत्र आगे कहा गया है, ‘इसके विपरीत, इस बात की जोरदार संभावना है कि वायरस का प्रसार पूरी तरह नियंत्रण में आने के बाद चीन से आयात और निर्यात में तत्काल तेजी आएगी।’
सीबीआईसी ने कहा, ‘ऐसी स्थितियों को संभालने के लिए पहले से आवश्यक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। इसलिए सीबीआईसी ने सभी सीमा शुल्क केंद्रों में ‘सातों दिन-24 घंटे’ निकासी शुरू करने का फैसला किया है।’ इस समय कुछ खास बंदरगाहों और हवाईअड्डों पर ही ‘सातों दिन-24 घंटे’ निकासी की सुविधा उपलब्ध है। हालिया निर्देश के बाद सभी सीमा शुल्क केंद्र मई 2020 तक ‘सातों दिन-24 घंटे’ काम करेंगे।