स्वास्थ्य

डायबिटीज के मरीज अपने खाने में शामिल करें ये 5 तरह के आटे, ब्‍लड शुगर रहेगा कंट्रोल

आज के समय में डायबिटीज एक बहुत ही सामान्‍य स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं में से एक है। लेकिन दुर्भाग्‍य ये है कि भारत में डायबिटीज रोगियों की संख्‍या में लगातार बढ़ोत्‍तरी हो रही है। वैसे तो आप सभी जानते होंगे कि डायबिटीज रोगियों को अपने खानपान का बहुत ख्‍याल रखना पड़ता है, लेकिन कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं, जो स्‍थ‍िति को कंट्रोल में रख सकते हैं। डायबिटीज रोगियों को अपनी डाइट में प्रोटीन, फाइबर के साथ कुछ अन्य जरूरी पोषक तत्व शामिल करने की सलाह दी जाता है। वहीं कार्ब युक्त, प्रोसेस्‍ड और चीनीयुक्‍त खाद्य पदार्थों के सेवन पर लगाम लगानी होती है।

डायबिटीज डाइट की बात करें, तो डायबिटीज रोगियों को गेहूं की रोटी या चपाती का सेवन करने को कहा जाता है। लेकिन इसके अलावा कुछ और भी फाइबर युक्त आटे हैं, जो गेहूं की तुलना में स्वस्थ हैं। तो, अगर आप डायबिटीज रोगी हैं, तो आप इन आटों को चुन सकते हैं।

डायबिटीज रोगियों के लिए 5 फाइबरयुक्‍त आटे 
1.कुट्टू का आटा
कुट्टू का आटा डायबिटीज रोगियों के लिए एक अच्‍छा विकल्‍प है। क्‍योंकि यह ब्‍लड शुगर लेवल को बनाए रखने के लिए प्रभावी है। एक अध्ययन के अनुसार, बकव्‍हीट या कुट्टू का आटा खाने से संबंधित ब्‍लड शुगर के स्तर को 12 से 19 प्रतिशत तक कम कर देता है। इसके अलावा, कुट्टू का आटा आपके हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और वजन घटाने में भी मददगार है। आप इस आटे के पराठे, चीला और पकोड़े तैयार कर खा सकते हैं।

2. रागी का आटा
चावल और गेहूं से बेहतर है कि आप रागी के आटे का सेवन करें क्‍योंकि यह एक फ़ाइबर-रिच आटा है। डायबिटीज रोगियों के लिए रागी के आटे को फायदेमंद माना जाता है क्‍योंकि यह आपको लंबे समय तक फुलर रखने और पाचन को बढ़ावा देता है। जिससे कि डायबिटीज कंट्रोल में रहती है। आप रागी की कई डिश तैयार कर सकते हैं, जैसे- रागी चपाती, रागी माल्ट, रागी डोसा आदि। (डायबिटीज में बहुत फायदेमंद है रागी का आटा, जानें हेल्दी रागी डोसा बनाने की आसान रेसिपी)

3. राजगिरा का आटा
राजगिरा या अमरनाथ का आटा पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिसे डायबिटीज रोगियों के लिए अच्‍छा माना जाता है। यह आटा हाई प्रोटीन, खनिज, विटामिन, और लिपिड जैसे कई माइक्रो न्यूट्रिएंट्स से भरपूर है। लेकिन इसकी एक खामी है कि राजगिरा आटा एक हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्‍स है और इसलिए इसे लो जीआई गेहूं के साथ शामिल किया जाना चाहिए।

4. जौ का आटा
जौ का आटा आपके मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ावा देने और क्रोनिक इंफ्लेमेशन से निपटने में मदद करता है। आप जौ का आटा, ओट्स दलिया सा ओट्स खिचड़ी, पराठा और जौ का सत्तू कर सेवन कर सकते हैं।

5. बेसन या चने का आटा
बेसन या चने का आटे में घुलनशील फाइबर होता है और इस प्रकार यह ब्‍लड शुगर के अवशोषण को धीमा करता है। यही वजह है कि इससे ब्‍लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है। चने का आटा लो कार्ब्स, प्रतिरोधी स्टार्च और फाइबर का एक अच्‍छा स्‍त्रोत है, जो ब्‍लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करता है।

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