मध्य प्रदेश : उच्चतम न्यायालय ने पूछा- सिर्फ छह विधायकों के ही इस्तीफे क्यों स्वीकार किये गये
नई दिल्ली : मध्यप्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकता है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होते ही मुकुल रोहतगी की ओर से कहा गया कि वो एजीआर के मामले में सुनवाई के लिए जाना चाहते हैं, जिसके बाद अदालत ने उनकी बात मान ली है। कांग्रेस के वकील दुष्यंत दवे की ओर से सुनवाई के दौरान दसवां शेड्यूल लागू करने की मांग की गई। इस पर जस्टिस हेमंत गुप्ता ने कहा कि हम इसके अंतर्गत नहीं आते हैं। इसके बाद दुष्यंत दवे ने कहा कि विधायक इस तरह इस्तीफा नहीं दे सकते हैं, उन्हें जनता के बीच में जाना चाहिए। अदालत में मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने अपना जवाब देने के लिए समय मांगा है। इसपर मुकुल रोहतगी ने आपत्ति जाहिर कर दी है। शीर्ष अदालत ने पूछा है कि सरकार ने केवल छह विधायकों के इस्तीफे क्यों स्वीकार किए हैं। इसका जवाब देते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि वे मंत्री हैं । इसलिए इस्तीफा स्वीकार किया गया है। इस मामले की सुनवाई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस हेमंत गुप्ता की बेंच कर रही है।कुछ कांग्रेस के बागी विधायकों ने विडियो जारी कर दिग्विजय सिंह से मिलने से इनकार कर दिया है। दरअसल विधायकों की बगावत के बाद मध्य प्रदेश सरकार संकट में है और कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले वह 16 बागी विधायकों की घर वापसी करवा ले। दिग्विजय इसी मुहिम के तहत बेंगलुरु में डेरा डाले हुए हैं। इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त मांगा है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को बेंगलुरु में हिरासत में लेना बहुत दुखद है। यदि जरूरत पड़ी तो मैं भी बैंगलुरु जाऊंगा। दूसरी ओर, आज सुबह कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह बागी विधायकों से मिलने के लिए बेंगलुरू पहुंचे। होटल में बागी विधायक नहीं मिलने की स्थिति में वे होटल के बाहर धरने पर बैठ गए। पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया है।इसके बाद वे भूख हड़ताल पर बैठ गए। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उनका स्वागत कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने किया। वे दोनों नेता रमदा होटल में बागी विधायकों से मिलने पहुंचे लेकिन पुलिस ने उनसे मिलने नहीं देने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह धरने पर बैठ गए हैं। पुलिस ने दिग्विजय सिंह को हिरासत में ले लिया। इस बीच दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं कांग्रेस की ओर से राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी हूं। ये कांग्रेस विधायक मेरे वोटर हैं और इनसे मुझे मिलने नहीं दिया जा रहा। भाजपा ने इन्हें यहां बंधक बना रखा है। पुलिस मुझे यह बता रही है कि उन विधायकों को मुझसे खतरा है।