कोरोना के खिलाफ जंग मे आनंद महिंद्रा ने बढ़ाया मदद का हाथ
नई दिल्ली। देश में कोविड-19 ( कोरोना वायरस) के प्रकोप से नागरिकों को सुरक्षित करने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों को अब निजी क्षेत्र के उद्योगपतियों का भी समर्थन मिल गया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए क्लब महिंद्रा रेजॉर्ट्स के द्वार खोल दिए हैं । इनका इस्तेमाल मरीजो की देखभाल के लिए टेंपररी फसिलिटी के रूप में किया जा सकेगा।
महिंद्रा ने रविवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में महिंद्रा परिवार देश के साथ है और उनकी कंपनी ने इन संभावनाओं पर काम करना शुरू कर दिया है कि कैसे उनकी निर्माण इकाइयों में वेंटिलेटर तैयार किए जा सकें ।
आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट के जरिए कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने को लेकर कई सुझाव दिए और मेडिकल सुविधा पर दबाव कम करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि कई रिपोर्टों के आधार पर यह माना जा सकता है कि कोरोना महामारी के मामले में भारत स्टेज-3 में प्रवेश कर चुका है। आनंद महिंद्रा ने कहा कि अपने एसोसिएट्स को वह कोरोना से जुड़े फंड में योगदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं और खुद भी अपनी 100 प्रतिशत सैलरी स्वेच्छा से दान करेंगे।
आनंद महिंद्रा के ट्वीट्स के बाद पेटीएम के विजय शेखर ने भी मदद का ऐलान किया। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उनकी कंपनी वेंटिलेटर आदि बनाने वालों को पांच करोड़ रुपये की मदद करेगी।
वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के एक्सीक्यूटिव चेयरमैन अनिल अग्रवाल मदद के लिए आगे आए हैं। अनिल अग्रवाल ने रविवार को ट्वीट किया कि- “मैं इस महामारी से निपटने के लिए 100 करोड़ देने का वादा करता हूं। #DeshKiZarooratonKeLiye एक प्रतिज्ञा है जिसे हमने शुरू किया और यह वह समय है जब हमारे देश को हमारी सबसे अधिक आवश्यकता है।
बहुत से लोग अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं और मैं दैनिक वेतन भोगियों के बारे में विशेष रूप से चिंतित हूं, हम मदद करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे।”