राम मंदिर : 30 अप्रैल को अयोध्या आएंगे प्रधानमंत्री मोदी
अयोध्या। अयोध्या में राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के मुख्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन की तैयारियां जोरो पर थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते फिलहालस पर रोक लगा दी गई। लेकिन भूमि पूजन लिए भूमि पूजन 30 अप्रैल को होना तय किया गया है। भूमि पूजन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आएंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत भी इस अवसर पर पीएम मोदी के साथ होंगे। इस कार्यक्रम के सभी तैयारियों के लिए सांगठनिक स्तर पर निर्देश दिए गए हैं।
फिलहाल कोरोना वायरस के चलते रूक सा गया हैं वही मंदिर निर्माण भूमि पूजन के लिए चल रही तैयारियों पर अभी रोक लगा हुआ है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 30 अप्रैल को होने वाले भूमि पूजन के बाद प्रधानमंत्री मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने-अपने अगले कार्यक्रम में शामिल होंगे।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन के बाद जनसभा को भी संबोधित करेंगे इसके साथ ही कई योजनाओं की भी घोषणा कर सकते हैं फिलहाल 30 अप्रैल को पीएम द्वारा जनसभा को संबोधित करने के लिए स्थान का निर्धारण नहीं किया गया है इस कार्यक्रम के लिए संगठन स्तर पर कई क्षेत्रों पर मंथन किया जा रहा है।
वहीं भूमि पूजन के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत बड़ी देवकाली के निकट स्थित साकेतपूरी कॉलोनी में नवनिर्मित आरएसएस कार्यालय के उद्घाटन में शामिल होंगे। लोकार्पण को देखते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संघ कार्यालय के सामने 4 करोड़ की लागत से परिक्रमा मार्ग से बड़ी देवकाली बीच रास्ता बनाने को स्वीकृति दी है।
राम जन्म भूमि में विराजमान रामलला को परिसर में ही निर्माणाधीन अस्थाई मंदिर में स्थानांतरित करने के लिए शुरू होने वाले अनुष्ठान की तिथि कोरोना वायरस के चलते एक बार और बढ़ा दी गई है अब यह अनुष्ठान 23 मार्च से आरंभ होगा जिसकी जानकारी राम जन्म भूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपक राय ने चंपत राय ने दी है।
बता दें कि रामनवमी के अवसर पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित होने वाला है। इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोगों के एकत्रित होने की उम्मीद है। एक ओर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Govt) ने एक स्थान पर भीड़ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, दूसरी ओर इस कार्यक्रम को लेकर अब तक संशय बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में कोरोना से अब तक 16 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में 25 मार्च से 2 अप्रैल के बीच राम नवमी मेला आयोजित होने वाला है। जिसमें लाखों की संख्या में लोग इकट्ठा होंगे। अयोध्या के चीफ मेडिकल ऑफिसर ने योगी सरकार से गुहार लगाई है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इस आयोजन को रद्द किया जाए। चीफ मेडिकल ऑफिसर घनश्याम सिंह का कहना है कि हमारे पास इतनी बड़ी संख्या में एक स्थान पर एकत्रित होने वालों की स्क्रीनिंग करने के साधन उपलब्ध नहीं हैं।
सरकारी सूत्रों की मानें तो हिंदुओं के विरोध से बचने के लिए योगी सरकार ने इस मेले को आयोजित करने की अनुमति दे दी है। उनका कहना है कि इस साल इस मेले में भारी संख्या में हिंदुओं के आने की आशंका है। राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले से लोग उत्साहित हैं।