सीएम ने वैदिक मंत्रोंउच्चरण के साथ रामलला को किया नए आसन पर विराजमान
अयोध्या। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नव संवत्सर के अवसर पर श्री रामलला अस्थाई भवन में धार्मिक विधि विधान के साथ आज ब्रह्म मुहूर्त में नए आसन पर विराजमान हो गए। वे अस्थाई फाइबर के मंदिर में शिफ्ट हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी यों के सामने वैदिक मंत्रोंउच्चरण के साथ भगवान श्री रामलला को टेंट से लेकर अस्थाई भवन में चांदी के सिंहासन पर विराजमान कराया।
बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त के समय राम जन्मभूमि परिसर में श्री रामलला अस्थाई भवन में पहुंचे। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुष्ठान में उपस्थित सभी प्रमुख लोगों के साथ श्री रामलला की भव्य आरती पूजन किया।
राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला को 11 लाख रुपए का चेक सौंपा। रामलला अपने भाईयों के साथ राम जन्मभूमि परिसर में स्थित मानस भवन के सामने आई स्थाई ढांचे में भव्य मंदिर निर्माण तक भक्तों, श्रद्धालुओं को यहीं पर दर्शन देंगे।
रामलला के मूर्ति विस्थापन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम त्रिपाल से नए आसन पर विराजे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक अनुष्ठान को संबोधित करते हुए कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, भारतीय नव संवत्सर, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राज्याभिषेक का पावन पर्व भी है और हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हजारों वर्षों बाद इस पावन पुरी अयोध्यापुरी में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम एक नया आसन में विराजमान हुए हैं, हम सब इसके साक्षी बने हैं।
कहा कि युगों युगों में यह अवश्य पाता है और आज यह अवसर हम सबके सामने ब्रह्म मुहूर्त में ही देखने को मिला है। युगों युगों की पीढ़ीयों में हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हम सब अपनी आंखों के सामने और आने वाली पीढ़ी के लिए इस राष्ट्र की मर्यादा और इस राष्ट्र के अनुशासन और इस राष्ट्र के परम वैभव तक ले जाने के सपने को श्री राम जन्म भूमि की भव्य मंदिर निर्माण के साथ देख पाएंगे।
कहा कि कई पीढ़ियां चली गई श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का सपना जो हमारे पूर्वजों ने हमारे पूज्य संतों ने देखा था। उस सपने का प्रथम चरण आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि के साथ ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के इस नए आसन पर विराजमान संपन्न होने के साथ ही द्वितीय चरण में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण के शुभारंभ की तिथि आज से ही प्रारंभ हो रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह अयोध्यावासियों का प्रदेशवासियों का सौभाग्य है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन जन्मभूमि इस अयोध्या और इस प्रदेश में है। देश और दुनिया का हर सनातन धर्मावलंबी मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की इस पावन पुरी पर श्रद्धा और गौरव की अनुभूति तो करता ही है। विश्व की मानवता जब कभी संकट में आया है। उन चुनौतियों से जूझने के लिए जब भी अपने सामने कोई विपरीत और विषम परिस्थितियों को देखा है। तब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को धर्म का साक्षात स्वरूप मानकर के लोगों ने प्रेरणा और प्रकाश प्राप्त किया है।
भव्य राम मंदिर निर्माण का पहला चरण आज सम्पन्न हुआ।
मानस भवन के पास एक अस्थायी ढांचे में 'रामलला' की मूर्ति को CM श्री @myogiadityanath जी द्वारा त्रिपाल से नए आसन पर विराजमान किया गया।
साथ ही भव्य मंदिर के निर्माण हेतु व्यक्तिगत खाते से ₹11 लाख का चेक भेंट किया।#विराजो_श्रीराम pic.twitter.com/AzSFHsSr1L— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) March 25, 2020
इस समारोह में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर प्रमुख लोगों को ही आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास शास्त्री, दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास, श्री राम जन्मभूमि परिसर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, ट्रस्टी एवं रिसीवर अयोध्या राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ,ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्रा, पदेन ट्रस्टी जिला अधिकारी अनुज कुमार झा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रांत प्रचारक कौशल, विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अमरीश सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ,विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
राम लला की विस्थापना के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा भेजे गए छप्पन भोग को रामलला को समर्पित किया गया। श्री राम लला के पूजन अर्चन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।