कोरोना की दवा बनाने का दावा करने वाले को पुलिस ने भेजा जेल
मेरठ : कोरोना की दवा तैयार करने और सालों से इलाज का दावा करने वाला पवन दास फिलहाल जेल पहुंच चुका है। दवाई तैयार करने का दावा करने वाला वीडियो वायरल होने पर जानी थाना की पुलिस ने शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया था। अधिकारियों ने उससे दवाई के बारे में भी पूछा, तो उसने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। उसका कहना था कि वह सिर्फ प्रधानमंत्री को ही इसके बारे में जानकारी देगा। राजस्थान के जिला झुंझूनूं के अजीतपुरा गांव निवासी पवन कुमार यादव उर्फ पवन दास बागपत बाईपास स्थित गॉडविन कॉलोनी में रहता है। कुछ दिन पूर्व उसने कोरोना वायरस के उपचार की दवा बनाने का दावा करते हुए वीडियो फेसबुक और व्हाट्सएप पर वायरल कर दिया था। जानी थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि शनिवार को वह गुमसुम रहा। उसने किसी से कोई बात नहीं की। मुलाकात बंद होने की वजह से परिजन भी उससे नहीं मिल सके। पवन दास की विद्या नॉलेज पार्क के सामने गोल गप्पे की दुकान है। उसने एक सप्ताह पहले वीडियो वायरल किया था, जिसमें उसने दावा किया था कि 27 साल पहले ही कोरोना की दवाई बन चुकी है।
छह साल से वह भी उस दवाई का सेवन कर रहा है। उसे एक हजार कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के बीच भी छोड़ दिया जाए तो कुछ नहीं होगा। दवाई का फामरूला वह सिर्फ प्रधानमंत्री को ही बताएगा। इसके लिए उसे उनके साथ 24 घंटे एक कमरे में रखा जाए। वीडियो में उसने अपने साथी कानपुर निवासी रामचंद्र का भी जिक्र किया था। उसका कहना था कि दोनों ने मिलकर दवाई बनाई है।