14 दिन क्वॉरेंटाइन के बाद भी सक्रिय हुआ कोरोना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है जिसमें कोरोना वायरस 14 दिन की कॉरेंटाइन अवधि के बाद भी ऐक्टिव हो रहा है। लखनऊ में सोमवार को ऐसा ही केस सामने आया। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल से छुट्टी पा चुकी महिला डॉक्टर की सास में भी इस बीमारी की पुष्टि हुई है। वह 22 से 25 दिन पहले अपनी बहू के संपर्क में आई थीं।
जानकारी के अनुसार टोरंटो से आई महिला डॉक्टर को 11 मार्च को केजीएमयू में भर्ती किया गया था। इससे एक सप्ताह पहले वह टोरंटो से आई थीं। भर्ती किए जाने के बाद उनकी सास समेत पूरे परिवार के सैंपल लिए गए। जांच में सिर्फ चचेरे भाई का सैंपल पॉजिटिव आया था। इस पर उसे भी केजीएमयू में भर्ती किया था, जबकि बाकी लोगों को कोरंटाइन रहने को कहा गया था।
सूत्रों के अनुसार सभी की कोरंटाइन अवधि 25 मार्च को पूरी हो गई, लेकिन इसके बाद महिला डॉक्टर की सास में कोरोना के लक्षण दिखने शुरू हुए। ऐसे में 28 मार्च को उनका दोबारा सैंपल लिया गया। इस बार कमान अस्पताल में हुई जांच में यह सैंपल पॉजिटिव आया है।
केजीएमयू के इंफेक्शियस डिजीज विशेषज्ञ डॉ. डी हिमांशू ने बताया कि कोरोना वायरस 14 दिन में ऐक्टिव हो जाता है। 14 दिन के बाद दुर्लभ मामलों में ही ऐक्टिव होता है। बुजुर्ग महिला को वायरस पहले ही ऐक्टिव हो गया था, लेकिन दूसरी बीमारियां होने से इसके असर का पता नहीं चला।
अंत में चेस्ट इंफेक्शन हुआ, तब दोबारा जांच करवाई गई। अगर कॉरेंटाइन पीरियड खत्म होने से पहले जांच करवा लेते तो वायरस की पुष्टि हो सकती थी। ऐसे में कोरंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद भी एक बार जांच करवानी चाहिए।