विदेशियों के पासपोर्ट किये जाएं जब्त: सीएम योगी
लखनऊ। तबलीगी जमात में उत्तर प्रदेश से गये कई लोगों का अभी तक सुराग नहीं मिलने के कारण जहां कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि जमात से वापस आए लोगों की युद्ध स्तर पर तलाश करके उनकी पड़ताल की जाए। जिन लोगों ने तथ्यों को छुपाया है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जमात के जरिए जो लोग विदेश के हैं उनके पासपोर्ट फिलहाल जब्त कर लिया जाएं और यह सुनिश्चित कराया जाए कि जमात के लोगों की गलतियों का खामियाजा आम लोगों को न भुगतना पड़े। उन्होंने कहा कि मानवता के खिलाफ किसी भी तरह की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिन लोगों ने मानवता खिलाफ जाकर कार्य किया है उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इस बीच लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने कहा कि दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज कार्यक्रम में भाग लेने गये राजधानी के 18 लोग शहर में वापस नहीं आए हैं। वहीं आयोजन में भाग लेने के बाद लखनऊ आए 24 विदेशियों को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तबलीगी जमात के कार्यक्रम में प्रदेश के 19 जनपदों के लोग शामिल हुए थे। इन जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि शामिल होने वालों की तलाश की जाए।
कहा जा रहा है कि तबलीगी जमात में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के 157 लोगों में से 146 की पहचान कर ली गई है। इसमें से 9 यूपी के विभिन्न शहरों में कोरंटाइन किए गए हैं। वहीं 137 लोग दिल्ली में ही हैं। उन्हें वहीं कोरंटाइन कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन अन्य लोगों की तलाश कर रहा है।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक अपील पर नवरात्रि के बावजूद श्रद्धालु मंदिर नहीं गए। मस्जिद की बजाए घरों से लोग नमाज पढ़ रहे हैं। ऐसे में तबलीगी जमात की इस घोर लापरवाही ने कई मासूमों की जान को खतरे में डाल दिया। इस गुनाह की कोई माफी नहीं हो सकती।
वहीं कैबिनेट सेक्रेटरी ने उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशकों के साथ बैठक कर कहा है कि युद्ध स्तर पर निजामुद्दीन मरकज से निकले तबलीगी जमात के लोगों को ट्रेस करे, जो संपर्क में आए,उन्हें खोज निकाला जाए। कोरोना संक्रमण को बेहिसाब बढ़ने से रोकना है। विदेशों से आने वालों ने वीजा नियम तोड़े थे।