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महंगाई की मार: आटा-चावल से लेकर बढ़े सब्जी के दाम…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा को शनिवार को 11 दिन पूरे हो गए। इस दौरान जहां दवाइयों की मांग में कमी आई है वहीं, खाने-पीने की वस्तुओं और राशन के दाम बढ़ गए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन के बाद लगभग सभी चीजों के दामों में तेजी आई हैं। चावल-दाल जैसी राशन की चीजों में दस से बीस रुपये प्रति किलो तक का फर्क आया है। तो चलिए जानते हैं ‘हिन्दुस्तान’ ने अपनी रिपोर्ट में क्या पाया है।

राजधानी में ज्यादातर इलाकों में पहले जहां अरहर की दाल 85 या 90 रुपये प्रति किलो थी, वहीं अब इसकी कीमत सौ या एक सौ पांच रुपये प्रति किलो हो गई है। इसी तरह आमतौर पर 50 रुपये किलो में बिकने वाला चावल साठ रुपये तक में बिक रहा है। इसी प्रकार तेल, चीनी और आटा की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। इन सामानों को पैकेट बंद खरीदने पर पहले लिखी हुई कीमत से कम पैसा देना पड़ता था। लेकिन, कई दुकानदार अब पैकेट पर लिखी हुई कीमत को पूरा ले रहे हैं। हालांकि, अलग अलग दुकानों में कीमतों को लेकर अंतर है।

लॉकडाउन के बीच सब्जियों की मांग बढ़ने के साथ ही दामों में भी मामूली तेजी बनी हुई है। इसके तहत आलू, प्याज, टमाटर समेत ज्यादातर सब्जियों के दामों में लॉकडाउन से पहले की तुलना में 10 से 15 फीसदी तक का उछाल आया है।

पटपड़गंज में सब्जी के व्यापारी राकेश के अनुसार बाजार में इस वक्त सबसे अधिक मांग आलू, प्याज और टमाटर की है। बंदी के शुरुआती दिनों में आलू के दाम तेजी से उछले थे और यह 40 रुपये प्रति किलो तक बिका था।

फलों के दाम बढ़े : बाजारों में सब्जियों के दामों में जहां मामूली बढ़ोतरी हुई है। वहीं, फलों के दामों में जबरदस्त उछाल है। आजादपुर मंडी के फल व्यापारियों के अनुसार आवक कम होने से दामों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, मांग भी कम हुई है।

भरपूर स्टॉक : आजादपुर मंडी समिति के अध्यक्ष आदिल अहमद खान के अनुसार मंडी में दिल्ली-एनसीआर की सब्जी-फल की आपूर्ति करने के लिए भरपूर स्टॉक है। हम इस स्टॉक से महीनों तक आपूर्ति कर सकते हैं।

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