आपको या आपके परिवार में कोरोना के लक्षण दिखें, तो करें ये काम…
अगर आप या आपके परिवार में किसी के कोरोना वायरस जैसे लक्षण हैं, तो क्या करें?
हल्का बुख़ार, सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ, कोरोना वायरस के सबसे आम लक्षणों में से हैं। अगर आपको खुद या परिवार में किसी को कोरोना वायरस जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बेहद ज़रूरी है कि आप घर पर ही रहें और बाहर तब तक न निकलें जब तक मेडिकल एमर्जेंसी न हो।
अपने डॉक्टर से संपर्क करें
अपने डॉक्टर के क्लीनिक या अस्पताल जाने से पहले, बेहतर यही होगा कि आप उन्हें फोन पर संपर्क करें और अपने लक्षणों के बारे में बताएं। अगर आपके लक्षण हल्के हैं, तो आपसे घर पर ही रहने को कहा जाएगा, ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएं, आराम करें और अपने लक्षणों की खुद ध्यान रखें।
वहीं, अगर आपकी उम्र ज़्यादा है, सांस लेने में तकलीफ है या पहले से ही किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपको लगता है कि ये एमर्जेंसी केस है, तो अस्पताल जाते वक्त मास्क पहनें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट न लें। भीड़ या फिर बाज़ार जैसी जगहों पर न जाएं।
आपको COVID-19 का टेस्ट कब कराना चाहिए?
अगर आपको लगता है कि आपके लक्षण कोरोना वायरस के ही हैं, तो सीधे डॉक्टर के पास न जाएं। बेहतर है कि आप अपने डॉक्टर को फोन करें और उनसे सलाह लें कि टेस्ट कब कराना चाहिए। कोरोनो वायरस के टेस्ट में आपकी नाक या गले मे स्वैब टेस्ट किया जाता है और उसके नमूनों को लैब में भेजा जाता है।
एमर्जेंसी ट्रीटमेंट की ज़रूरत कब होती है
याद रखें, अगर आप उम्रदराज़ हैं, या आप पहले से ही कमज़ोर इम्यून सिस्टम या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, तो आपको मेडिकल ट्रीटमेंट जल्द से जल्द लेना चाहिए।
इन लक्षणों में एमर्जेंसी ट्रीटमेंट की ज़रूरत होती है:
1. असमंजस की स्थिति।
2. आप आराम करते हुए भी बेचैन हो रहे हैं।
3. आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
4. आपको सीने में लगातार प्रेशर या दर्द महसूस हो रहा है।
5. आपके होठों या चेहरे पर हल्का सा नीलापन है।
अपने आपको आइसोलेट कर लें
अगर बीमार हैं तो अपने आपको आइसोलेशन में रखें और आपके अलावा घर के सभी लोगों को भी कम से कम 14 दिनों तक बाहर नहीं जाना चाहिए। सभी लोगों को अलग-अलग कमरे में रहना चाहिए और एक-दसरे से भी दूरी बनानी चाहिए। यहां तक कि बाथरूम भी शेयर नहीं करना चाहिए। बीमारी में जो आपकी देखभाल कर रहा है और आपको ख़ुद फेस मास्क पहनने चाहिए।
साथ ही घर के दरवाज़ों के हैंडल, लाइट स्विच और ऐसी सभी चीज़ों को लगातार डिसइंफेक्ट करना चाहिए। कोरोना वायरस के हल्के लक्षण वाले ज़्यादार लोगों को एक ही हफ्ते में आराम मिलना शुरू हो जाता है। वहीं, कुछ ऐसे भी मामले देखे गए हैं जिन्हें मेडिकल हेल्प की ज़रूरत पड़ी है।
आइसोलेशन कब ख़त्म होना चाहिए?
WHO के मुताबिक, लक्षण दिखने के साथ ही एक इंसान को कम से कम 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहना चाहिए। इसके अलावा आइसोलेशन तब ख़त्म होता है, जब:
– जब आपको बिना दवाई खाए कम से कम तीन दिन तक बुख़ार न आए।
– कोरोना वायरस के सभी लक्षण ख़त्म हो जाएं। खांसी, गले में ख़राश और सांस लेने में तकलीफ नहीं होनी चाहिए।