वास्तु-शास्त्र: घर की इस दिशा में लगाए कैलेंडर, होने लगेंगे रुके हुए काम
आपके घर के एक कोने में टंगा यह छोटा सा कैलेंडर आपके अच्छे समय को बदलने का दम रखता है।
कैलेंडर पर उगते सूरज की तस्वीर हो – यदि आप पूर्व दिशा की ओर कैलेंडर लगाएंगे तो इससे आपके जीवन में उन्नति होगी। कैलेंडर पर उगते सूरज की तस्वीर हो। उत्तर दिशा में वही कैलेंडर लगाएं, जिस पर हरियाली, नदी, समुद्र, विवाह आदि की तस्वीर हो। इस दिशा में लगने वाले कैलेंडर पर हरा व सफेद रंग अधिक होना चाहिए।
दक्षिण दिशा में कैलेंडर न लगाए – पश्चिम दिशा को बहाव की दिशा माना जाता है। इस दिशा में कैलेंडर लगाने से आपके रुके हुए काम शुरू हो जाएंगे। दक्षिण दिशा में कैलेंडर लगाने से तरक्की रुक जाती है, क्योकि यह कैलेंडर समय का सूचक है। इस दिशा में कैलेंडर लगाना से घर के मुखिया की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है।
पुराने कैलेंडर को घर में नहीं रखना चाहिए – वास्तु की मानें तो पुराने कैलेंडर को घर में नहीं रखना चाहिए। अधिकतर लोग पुराने कैलेंडर की जगह नया कैलेंडर लगा तो लेते है, लेकिन पुराने कैलेंडर को घर से बाहर नहीं रखते। पुराना कैलेंडर आपकी उन्नति के मौकों को कम कर देता है। मुख्य दरवाजे के सामने कैलेंडर ना लगाएं, क्योंकि दरवाजे से गुजरने वाले ऊर्जा प्रभावित होती है।
कैलेंडर हमेशा उत्तर, पश्चिम या पूर्व की दीवार पर ही लगाना चाहिए – कैलेंडर लगाने से शायद ही कोई दिशा की तरफ ध्यान देता है, जबकि कैलेंडर हमेशा उत्तर, पश्चिम या पूर्व की दीवार पर ही लगाना चाहिए। कैलेंडर में फोटो किसी हिंसक जानवर की ना हों और ना ही किसी उदास चेहरे की। इनसे घर में नकारात्मकता हावी हो जाती है।