स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा-28 दिन तक नया केस नहीं आने पर ही माना जाएगा COVID-19 मुक्त क्षेत्र
नई दिल्ली: महज एक जो हफ्ते तक कोरोना को रोकना पर्याप्त नहीं माना जाएगा। यदि किसी इलाके में 28 दिन तक कोई कोरोना का केस नहीं आया तभी उसे कोरोना मुक्त क्षेत्र कहा जाएगा। चार हफ्ते के बाद ही कहा जा सकता है कि उस इलाके में कोरोना वायरस का चैन टूट चुका है और आगे वायरस के फैलने की आशंका खत्म हो गई है।
कोरोना वायरस का चैन ऑफ ट्रांसमिशन टूटने में लगते हैं 28 दिन
दरअसल, किसी शरीर में कोरोना के वायरस के पहुंचने के बाद उसके लक्षण सामने आने में 14 दिन तक लग जाते हैं। इसका मतलब है कि यदि किसी को कोरोना का वायरस अभी लगा है तो उसे सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार जैसे लक्षण आने में 14 दिन तक लग सकते हैं। लेकिन कुछ मामले में 20 से लेकर 22 दिन बात भी कोरोना के लक्षण सामने आएं है। वैसे ऐसे मामले बहुत ही कम हैं। इसीलिए कोरोना ग्रसित इलाकों से आने वाल लोगों को 14 दिन तक अनिवार्य क्वारेंटाइन में रखने के बाद अगले 14 दिन तक विशेष निगरानी में रखा जाता है। इसके बाद ही उस व्यक्ति को पूरी तरह कोरोना से मुक्त माना जाता है। किसी इलाके के कोरोना मुक्त घोषित करने के लिए भी यही मापदंड रखे गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त निदेशक लव अग्रवाल ने कहा कि ‘हमारा मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस से चैन ऑफ ट्रांसमिशन को ब्रेक करना है।
1463 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए
लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 29 मौतें और 1463 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं जोकि मामलों में सबसे तेज वृद्धि है। भारत में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 10,815 हो गई है। इनमें 9272 सक्रिय मामले हैं। 1190 लोग ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब तक 353 लोगों की मौत हुई है।
2 लाख 31 हजार टेस्ट किए गए
आइसीएमआर के रतन गंगाखेडकर ने कहा कि अब तक 2 लाख 31 हजार टेस्ट किए गए हैं। कल 21,635 सैंपल टेस्ट किए गए हैं। हमने पहले भी बताया था कि हमारे पास काफी संख्या में किट हैं जो 6 सप्ताह तक चल सकती हैं। हमें RT-PCR किट के लिए एक और किस्त मिली है जो संख्या में पर्याप्त है, जिसका उपयोग हम लंबे समय तक कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, हम लगभग 33 लाख RT-PCR (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन-पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन) के लिए ऑर्डर कर रहे हैं।