मुम्बई में अफवाह के चलते भीड़ स्टेशन पहुंची या है कोई गहरी साजिश?
मुम्बई : कोरोना वायरस के कारण तीन मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा के बावजूद कल बांद्रा स्टेशन पर भारी भीड़ एकत्र हो गई. सूत्रों की अगर मानें, तो बांद्रा में इकट्ठा हुई भीड़ में से कुछ लोगों ने भले ही ये दावा किया कि वे ट्रेन शुरू होने की अफ़वाह सुनकर पहुंचे लेकिन मुंबई पुलिस को अब तक किसी भी शख्स से ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे ये साबित हो सके कि ट्रेन शुरू होने की कोई अफ़वाह असल में थी भी या नहीं? कुछ लोगों से अब तक हुई पूछताछ में उनके पास ट्रेन शुरू होने की अफ़वाह को लेकर कोई एसएमएस या वॉट्सएप मैसेज भी नहीं पाया गया. पुलिस भी इस सवाल का जवाब तलाश रही है कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए ट्रेनें सीएसटी, दादर और एलटीटी से छूटती हैं ना कि बांद्रा से. गुजरात और राजस्थान के लिए छूटने वाली कुछ ट्रेनें भी बांद्रा टर्मिनस से शुरू होती हैं जो कि बांद्रा स्टेशन से तकरीबन 1 से 2 किलोमीटर के फासले पर है. इन लोगों में से किसी के पास भी ना कोई सामान नजर आया ना ही महिला, बच्चों समेत कोई परिवार.
ट्रेन की अगर वाकई कोई अफ़वाह होती तो मुंबई के अलग-अलग इलाकों से लोग बांद्रा पहुंचे होते लेकिन शहर में तकरीबन हर 2 किलोमीटर पर लगे चेक पोस्ट के चलते किसी और इलाके के लोगों का बांद्रा स्टेशन पहुंचने की गुंजाइश भी ना के बराबर दिखाई देती है. अधिकतर बांद्रा स्टेशन के आस-पास के इलाकों की झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोग शामिल थे. अब नया सवाल सामने आया कि ये लोग एक साथ, एक ठिकाने पर, एक वक्त कैसे इकट्ठा हुए? बीजेपी नेता किरीट सोमैया के मुंबई पुलिस के साथ साझा किए एक वीडियो से ये पता चल रहा है कि भीड़ किसी खास मकसद से इकट्ठा हुई थी, प्रशासन को वो अपनी नाराज़गी जताकर कुछ दबाव बनाना चाहती थी जिसके लिए उन्होंने किसी मीडिया को भी बुलाया था जिसे भीड़ इकट्ठा होने का समय भी बताया गया था. ये मीडिया कौन सी थी, इसकी भी जांच की जा रही है. इस वीडियो के सामने आने के बाद साजिश की दिशा में भी जांच की जा रही है.