बदनाम करने की है साजिश: डीएम
कानपुर: कोरोना की जंग में डाक्टर और सफाई कर्मी से लेकर पुलिस कर्मी दिन रात मेहनत कर रहे हैं, हालांकि प्रशासन का भी अहम योगदान है। इसी बीच सोशल मीडिया में कानपुर के जिलाधिकारी की एक शर्मसार कर देने वाली खबर भी चल गयी। जिसमें बताया गया कि जिलाधिकारी एक दारोगा से जूता सेनिटाइज करा रहे हैं। इसकी फोटो भी डाली गयी और यह खबर जिलाधिकारी तक पहुंच गयी। जिसके बाद जिलाधिकारी ने सफाई देते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और मुझे बदनाम करने की साजिश की गयी है।
दरअसल कानपुर के जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी काशीराम हॉस्पिटल का जायज़ा लेने पहुंचे थे। हॉस्पिटल के बाहर जिलाधिकारी डाक्टरों के साथ चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान एक दौरान जिलाधिकारी के जूतों के पास कुछ करता हुआ दिखायी दिया। इस सीन को किसी ने कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया में खबर चली कि जिलाधिकारी एक दारोगा से अपना जूता सेनिटाइज करवा रहे हैं। सोशल मीडिया में चली खबर आग की तरह फैली और जिलाधिकारी तक पहुंच गयी। इस पर जिलाधिकारी ने फौरन सफाई देते हुए बताया कि जब हम और पुलिस व डाक्टरों की टीम कांशीराम हॉस्पिटल का मुआयना करके बाहर निकले तो डाक्टरों के बीच कोरोना को लेकर चर्चा होने लगी। इसी बीच मुझे ऐसा लगा कि जूते के नीचे कोई कंकड़ या अन्य कोई वस्तु है। इस पर मैं झुककर जूता देखने लगा तो मौजूद सुरक्षा कर्मी भी बैठकर देखने लगा। इस सीन को किसी ने कैमरे में कैद करके सोशल मीडिया में खबर चलवा दी और यह पूरी मुझे बदनाम करने की साजिश रची गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि मैं अपनी सफाई में इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता जो सच्चाई थी वह बता दिया।