अस्पतालों में 52,000 अतिरिक्त बेड बढायेगी योगी सरकार
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह) : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार कोरोना के कहर से प्रदेशवासियों को बचाने की पूरी कोशिश में लगा है जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ न के समय—समय पर क्वारेन्टीन सेन्टर का निरीक्षण करते है बल्कि सुबह से ही कोरोना के खिलाफ अपनी रणनीति को मूर्तरूप देने में लग जाते है इसी सिलसिले में योगी सरकार अस्पतालों में बेड की वर्तमान क्षमता को तेजी से बढ़ाने में जुट गई है, जिससे संक्रमण बढ़ने की स्थिति में मरीजों को त्वरित और बेहतर इलाज मिल सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए अस्पतालों में 52,000 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था तत्काल करने के निर्देश दिये हैं।
एल-1, एल-2 और एल-3 सभी स्तर पर बढ़ाये जायेंगे बेड
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री ने एल-1, एल-2 और एल-3 डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में 52,000 बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश आज बैठक में दिए। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग 17000 नये बेड बढ़ायेगा। इसमें एल-1 स्तर के अस्पतालों में 10,000, एल-2 में 5,000 और एल-3 में 2,000 बेड का इजाफा किया जायेगा। इसी तरह चिकित्सा शिक्षा विभाग में 35,000 नये बेड बढ़ाये जायेंगे। इनमें एल-1 स्तर के डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में 20,000, एल-2 में 10,000 और एल-3 में 5,000 बेड बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं।
1602 पहुंची कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या: अमित मोहन
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में इस समय 1602 कोरोना एक्टिव केस हैं। अभी तक कुल 2115 मामले सामने आये हैं। इनमें 477 मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। वहीं 36 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई है। अब तक 60 जनपदों से कोरोना के मामले सामने आये हैं। वहीं 07 जनपदों में इस समय एक भी कोरोना एक्टिव केस नहीं है। इन जिलों में सभी मरीज ठीक हो चुके हैं।
एक दिन में हुई 4071 सैम्पल की जांच
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने ने बताया कि टेस्टिंग पहले की अपेक्षा कहीं ज्यादा हो रही है। मंगलवार को 3799 सैम्पल विभिन्न प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे गये। इनमें बैकलॉग शामिल करते हुए कुल 4071 सैम्पल की जांच की गई। दो-चार दिनों में बैकलॉग लगभग क्लियर हो जायेगा। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि सैम्पल के लिए संख्या पर जोर न देकर स्मार्ट सैम्पलिंग करने को कहा गया है। इसके लिए आईसीएमआर के जो निर्देश दिये गये हैं, उनका पूरी तरह से पालन करने को कहा गया है, जिससे ‘क्वालिटी ऑफ सम्पलिंग’ अच्छी हो। सैम्पल लेने के लिए आज पुन: वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए ट्रेनिंग भी दी गई है, क्योंकि कई बार प्रयोगशालाओं में नमूने पहुंचने पर, वहां दोबारा नमूना लेने की आवश्यकता बतायी गई है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य की 10 प्रयोगशालाओं में पूल टेस्टिंग की गई। इनमें 332 पूल टेस्ट किये गये, जिसमें 1612 सैम्पल की जांच की गई। इनमें 15 पूल पॉजिटिव आने पर सैम्पल की अलग-अलग जांच की गई।
आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़कर हुई 17,194
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में इस समय आइसोलेशन बेड में 1769 और क्वारंटाइन फैसिलिटी में 11,487 लोग हैं। वहीं अब 75 नई इकाइयों को एल-1 में नोटिफाई किया गया है। इसकी वजह से आइसोलेशन बेड की संख्या 10,000 से बढ़कर 17,194 हो गई है। वहीं 21569 क्वारंटाइन बेड हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में इस समय 155 एल-1 अस्पताल, 78 एल-2 अस्पताल और 06 एल-3 अस्पताल हैं।
कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह व सूचना एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य की प्रेसवार्ता… https://t.co/mtZd232jg5
— Government of UP (@UPGovt) April 29, 2020
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि लॉकडाउन के प्रारम्भ से ही कई प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा था। इसके मद्देनजर अब बच्चों का टीकाकरण शुरू करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके लिए शासनादेश जारी कर दिया गया है। आज सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान इसकी जानकारी भी दे दी गई है। उनसे यूनिवर्सल इन्फेक्शन प्रिवेंशन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए टीकाकारण कार्य शुरू कराने को बोला गया है।
गौरतलब है कि मंगलवार को भेजे गये 725 सैंपल में से बुधवार को 20 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें लखनऊ के 04, आगरा के 09 और फिरोजाबाद के 07 मरीज हैं। रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ के रोगियों में 45 वर्षीय पुरुष, 60 वर्षीय पुरुष और 40 वर्षीय पुरुष है। वहीं 18 वर्षीय युवक लखनऊ के बख्शी का तालाब स्थित आरएसएम अस्पताल में भर्ती है।