रविवार को उत्तराखंड की कोटी कॉलोनी, नई टिहरी, देवप्रयाग, ऋषिकेश, हरिद्वार, उप्र के कानपुर, वाराणसी के अस्सीघाट, सुबह ए बनारस, इलाहाबाद में नैनीघाट, झुसीघाट, फाफामऊ व बिहार के पटना, आरा, बक्सर, मोकामा और झारखंड के साहेबगंज तटों पर गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने दिनभर पसीना बहाया।
रविवार को गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या ने इस सफाई अभियान की शुरुआत हरिद्वार के सप्तसरोवर स्थित पांडव घाट पर पहुंचकर की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार अपने दीर्घकालीन योजना के तहत गंगोत्री से गंगासागर तक की सफाई कार्य कर रहा है।
मां गंगा को हरी चुनरी चढ़ाकर उन्हें प्रदूषण मुक्त करने का अभिनव प्रयोग किया जा रहा है। इसके लिए गंगोत्री से गंगासागर तक को पांच अंचलों में बांट कर कार्य किया जा रहा है। अभी तक इस अभियान के तीन चरण पूरे हो चुके हैं।
देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय के नेतृत्व में विवि के 500 से अधिक विद्यार्थियों ने ठोकर 16 व 17 में सफाई अभियान चलाया। प्रियंका, विक्रम, राहुल, गौरव, चेतना, प्रज्ञा, शुभम, दीपक, स्नेह, कविता, विवेक आदि दिनभर अभियान में जुटे रहे।
सफाई अभियान का कार्य देख रहे केदार प्रसाद दुबे ने बताया कि आज के इस सफाई अभियान में देसंविवि के विद्यार्थी-स्टाफ, शांतिकुंज के कार्यकर्त्ता भाई-बहिन एवं गायत्री तीर्थ में चल रहे विभिन्न शिविरों के प्रशिक्षणार्थी, साधक शामिल रहे।
इलाहाबाद से आए पूर्व न्यायाधीश भगवान सिंह ने कहा कि हम लोग संस्कार कराने शांतिकुंज आए हैं। गंगा मैया की पवित्रता को बनाए रखने के लिए गायत्री परिवार ने अनुकरणीय पहल की है। इस अवसर पर शांतिकुंज व्यवस्थापक श्री गौरीशंकर शर्मा, कालीचरण शर्मा, विष्णु भाई पंड्या, विष्णु मित्तल, सदानंद अंबेडकर, मनीष, आशी आदि उपस्थित रहे।