COVID-19 के कारण कंपनियों में लोगों को अलग-अलग लंच ब्रेक देना होगा, जिससे दूरी बनी रहे: गृह मंत्रालय
नई दिल्ली: कोरेाना वायरस से निपटने और लॉकडाउन की स्थिति में सुधार के लिए मंगलवार को स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस हुई। इस मौके पर गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि विवाह या शवयात्रा में शामिल होने वाले लोगों की अधिकतम संख्या तय की गई है। शादी में 50 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते हैं। जबकि शवयात्रा में 20 से ज्यादा लोगों को अनुमति नहीं होगी। ऐसे मौके पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना होगा। फेस मास्क भी जरूरी है।
विदेश में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने का काम शुरू
विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों के वतन वापसी 7 मई से चरणबद्ध तरीके के शुरू होगी। लोगों को वापस लाने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल को भी तैयार कर लिया गया है। इस काम में भारत सरकार विमानन सेवा के अलावा नौसेना की भी सहायता लेगी। गृह मंत्रालय के अनुसार, उड़ान से पहले यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी। जिन भारतीयों में खांसी, बुखार या सर्दी के लक्षण पाए जाते हैं उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं, भारत आने के बाद इन लोगों को 14 दिनों तक अस्पताल या किसी अन्य स्थान पर क्वारंटीन में रखा जाएगा। यात्रा के दौरान यात्रियों को स्वास्थ्य मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी किए गए स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए 62 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं
उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों के लिए अब तक रेलवे ने 62 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। मंगलवार को 13 और ट्रेनें चलाई जा रही हैं जो अन्य राज्यों से लोगों को उनके गृह राज्यों में लेकर जाएंगी।
कंपनियों के लिए नियम
उन्होंने कहा कि कार्यालयों में हैंडवाश, सैनिटाइजर और साफ-सफाई का होना जरूरी है। काम के दौरान सभी कर्मचारी फेस मास्क लगाए होने चाहिए। ऑफिस में भी शारीरिक दूरी का पालन होना चाहिए। स्टाफ को अलग-अलग लंच ब्रेक देना होगा, जिससे उनमें दूरी बनी रहे। सभी कर्मचारियों का आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्ट्रेशन भी जरूरी है। ऑफिस और परिवहन वाहन को लगातार सैनिटाइज भी करवाना होगा। कंपनी को हाइजीन और सफाई को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करने होंगे। कंपनी नजदीकी कोविड-19 के इलाज वाले अस्पतालों की सूची भी रखे और क्वारंटीन के लिए स्थान भी चिन्हित होना चाहिए।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में हम देखें तो 1020 लोग ठीक हुए हैं, जिससे ठीक होने वालों की संख्या 12726 हो गई है, अब रिकवरी रेट 27.41 % हो गया है। देश के अब तक 46, 433 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। 24 घंटे में कोरोना के 3900 से ज्यादा केस सामने आए हैं। अब तक 1568 लोगों की मौत हो चुकी है। 24 घंटे में 195 लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में आज मंत्री समूह की बैठक हुई। कोरोना के मामलों के दोगुने होने की दर फिलहाल 12 है। 1-2 जगहों पर काफी संख्या में मौतें हुई हैं, इस वजह से मौतों की संख्या में तेजी आई है।
उन्होंने कहा कि COVID-19 मामलों की समय पर रिपोर्टिंग और प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। हमने कुछ राज्यों में अंतराल पाया गया। ये राज्य समझाने बुझाने के बाद जानकारी देने के लिए तैयार हो गए हैं।हमने कुछ राज्यों को मना लिया क्योंकि उनके द्वारा समय पर कोरोना वायरस के मामलों / मौतों की रिपोर्ट प्राप्त नहीं कर रहे थे, जिसके बाद मामले सामने आए हैं और हमने आज मृत्यु के मामलों में वृद्धि देखी जा सकती है।