देहरादून: शिक्षा विभाग की सख्ती के बावजूद निजी स्कूल मानने को तैयार नहीं हैं। शासनादेश का उल्लंघन कर लगातार तीन माह की फीस जमा कराने और ट्यूशन फीस से अतिरिक्त फीस वसूलने की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसी शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी ने 13 स्कूलों को नोटिस भेजेे।
नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग से निजी स्कूलों की मनमानी की शिकायत की थी। बताया कि शासनादेश के अनुसार अभिभावकों से एक ही माह की फीस ली जाए, जिसमें ट्यूशन फीस के अलावा कोई अन्य शुल्क न लिया जाए और जो स्कूल ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करवा रहे हैं, वह शुल्क नहीं ले सकते।
वहीं, निजी स्कूल फीस के अलावा बिल्डिंग फंड, स्पोर्ट्स, मैगजीन, आइकार्ड, अदर एक्टिविटी चार्ज समेत अन्य मदों में शुल्क वसूल रहे हैं। इस पर बाल आयोग ने शिक्षा विभाग को कड़ी कार्रवाई को निर्देशित किया था। इसी क्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली ने जबरन फीस वसूली करने वाले 13 स्कूलों को नोटिस भेजे हैं।
इन स्कूलों को भेजे नोटिस
ओलंपस हाई स्कूल, द्रोणा इंटरनेशनल स्कूल, सनग्लो स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल काला गांव, दून वर्ल्ड स्कूल अधोईवाला रायपुर रोड, द इंडियन ऐकेडमी रिंग रोड, प्ले पेन स्कूल तिलक रोड, जॉर्ज पब्लिक स्कूल निंबूवाला, ग्रेस ऐकेडमी न्यू कैंट रोड, टचवुड स्कूल सहस्रधारा रोड, स्कॉलर होम स्कूल राजपुर रोड, द पॉली किड्स विद्यास्थल, चिल्ड्रन ऐकेडमी बड़ोवाला।
मुख्य शिक्षा अधिकारी से शिकायत
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) ने निजी स्कूलों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए शिक्षा विभाग से शिकायत की है। सीटू के प्रांतीय महामंत्री लेखराज की ओर से मुख्य शिक्षा अधिकारी के नाम लिखे गए पत्र में अधोईवाला स्थित ओसेनिक इंटरनेशनल स्कूल की शिकायत की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि स्कूल की ओर से अभिभावकों को एसएमएस भेजकर तीन माह का शुल्क जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है। उधर, शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली ने स्कूल को नोटिस जारी किया है
निजी स्कूलों के खिलाफ युकां ने खोला मोर्चा
कोरोना महामारी के बीच कुछ निजी स्कूलों की ओर से अभिभावकों पर तीन महीने की फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। कई अभिभावकों ने इसकी शिकायत प्रशासन से भी की है। मंगलवार को जिला युवा कांग्रेस ने निजी स्कूलों की शिकायत डीएम से की। मांग की कि कोरोना वैश्विक महामारी के समय पूरी फीस माफ की जाए।