शनि जयंती पर राशिनुसार ये उपाए करने से मिलेगी शनि जी देव की कृपा
इस बार 22 मई को ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि पर शनि जयंती मनाई जाएगी। शनि जयंती पर शनिदेव को प्रसन्न और शनिदोषों से मुक्ति के लिए विशेष पूजा की जाती है। शनि जयंती पर दान और स्नान का महत्व है। लॉकडाउन के चलते स्नान और दान करना संभव नहीं है। शनिदेव उन व्यक्तियों पर बहुत ही जल्द प्रसन्न हो जाते है जो गरीबों की सेवा और उनकी जरूरत का ध्यान रखते हुए दान करते हैं।
शनि दोषों से छुटकारा पाने और शनिदेव की विशेष कृपा पाने के लिए सभी 12 राशियों के जातकों के लिए शनि जयंती पर कौन सा उपाय करना चाहिए। आइए जानते हैं।
मेष- मेष राशि के जातक किसी गरीब, लाचार व्यक्ति को कष्ट न दें। आपके के लिए शनि जयंती पर सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा।
वृषभ- गरीबों का दान करें और बीमार व्यक्तियों की विशेष रूप से सेवा करें। साथ ही शनिदेव के नामों का जप करें।
मिथुन- मिथुन राशि के जातकों को बड़े बुजुर्गो और माता-पिता का आदर सत्कार करें। शनिदेव को काली उड़द चढ़ाने से शनिदोषों से छुटकारा मिलेगा।
कर्क- राजा दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ कर्क राशि के जातकों के लिए बहुत ही उपयोगी रहेगा।
सिंह- सिंह राशि के जातकों के लिए शनि जयंती पर हनुमान जी पूजा करने के बाद ही किसी काम की शुरुआत करें।
कन्या- कन्या राशि वालों के लिए शनि जयंती के दिन उपवास रखना उपयोगी रहेगा और शनिदेव के मंत्रों का जाप करें।
तुला- विपत्तियों में फंसे जरूरतमंद लोगों की सेवा करनी चाहिए। शनिदेव के मंदिर में जाकर शनि देव को तेल चढ़ाएं।
वृश्चिक- सुबह उठने का बाद किसी गाय या कुत्ते को भोजन करवाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
धनु- धनु राशि के जातकों के लिए शनि जयंती के अवसर पर पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाने से शनिदेव की कृपा मिलेगी।
मकर- घर के बाहर आये किसी गरीब व्यक्ति को भोजन कराएं और शनिदेव के मंत्रों का जाप करें।
कुंभ- आपके लिए शनि जयंती पर हनुमान जी पूजा करने से शनिदोष से छुटकारा मिल जाएगा।
मीन- मीन राशि के जातकों के लिए बजरंग बाण का पाठ उपयोगी रहेगा।