बस विवाद : यूपी में वापसी को छटपटाहट रही प्रियंका गांधी: डॉ.सतीश द्विवेदी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्रवासी कामगारों के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा के बस मुहैया कराने के मामले में आरोप-प्रत्यारोप की लड़ाई तेज होती जा रही है। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.सतीश द्विवेदी ने प्रियंका गांधी वाड्रा पर कोरोना महामारी के समय सियासत करने का आरोप लगाया है।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में वापसी की छटपटाहट में प्रियंका गांधी कोरोना महामारी के समय भी ड्रामा मत करिए। जिम्मेदार विपक्ष की तरह संकट के समय योगी सरकार का साथ दीजिये और अपनी महाराष्ट्र, राजस्थान तथा पंजाब की सरकारों से कहिये कि वे अपने बसों से प्रवासी श्रमिकों को यूपी बॉर्डर तक भेजें।
वहीं कांग्रेस को अब अपनों की भी आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। कांग्रेस पार्टी के खिलाफ पहले भी विभिन्न मौकों पर बगावती तेवर दिखा चुकीं रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह ने बुधवार को कहा कि आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत, एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा। 297 कबाड़ बसें, 98 ऑटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान,पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।
अदिति सिंह ने कहा कि कोटा में जब उत्तर प्रदेश के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें। तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए, बार्डर तक ना छोड़ पाई, तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रातों रात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया, खुद राजस्थान के मुख्यमंत्री ने भी इसकी तारीफ की थी।