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गेंद को चमकाने के लिए लार लगाने की आदत को छोड़ना थोड़ा मुश्किल होगा- आर अश्विन

नई दिल्ली: आईसीसी क्रिकेट कमेटी द्वारा गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल पर रोक लगाने की सिफारिश के बाद से ही इस पर तमाम गेंदबाजों की प्रतिक्रिया आ रही है। भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने कहा कि गेंद पर लार लगाने की हम सभी को आदत हो चुकी है इसे छोड़ने में दिग्गज आएगी।

इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी टीम दिल्ली कैपिटल्स के इंस्टाग्राम चैट पर अश्विन ने गेंद पर लार लगाने पर रोक लगाए जाने की सिफारिश पर अपनी राय दी। किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलने वाले अश्विन इस साल पहली बार दिल्ली की टीम से खेलने उतरेंगे।

अश्विन ने कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं अगली बार कब मैदान पर जाउंगा। मेरे लिए तो गेंद पर लार को लगाना बहुत ही बहुत सामान्य की बात है। इसका (गेंद पर लार लगाकर उसे चमकाना) इस्तेमाल नहीं करने की आदत डालने में थोड़ा वक्त लगेगा और अभ्यास करना पड़ेगा। लेकिन मेरा मानना है कि अगर हमें अपने आप को बनाए रखना है जो कि मानव जाति के डीएनए में ही है, हम सभी को कोशिश करना होगा और इसके मुताबिक ढलना होगा।”   

“कमेटी ने जो सिफारिश की है इसमें गेंद को लार से चमकाना खासकर क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा चर्चित सिफारिश थी, इसे तब लागू किया जाने की बात है जब क्रिकेट पूरी दुनिया में दोबारा से शुरू होगा। कोरोना महामारी की वजह से खेलों के आयोजन पर मार्च महीने के बीच में पूरी तरह से रोक लगाई गई थी। अब तक पूरी दुनिया में इससे 4.5 मिलियन (45 लाख) से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।”

गौरतलब है ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने भी इस बारे में अपनी राय दी थी। कमिंस का कहना था कि लार पर पाबंदी लगाने की सिफारिश की गई है लेकिन पसीना का इस्तेमाल करने की इजाजत है जो काफी राहत की बात है। उनका कहना था कि गेंद को चमकाने के लिए लार पर रोक लगाने के बाद आईसीसी को किसी और विकल्प देना होगा। 

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