देहरादून: पटेलनगर पुलिस ने लॉकडाउन में दादी की मौत का फर्जी पास बनवाकर बरेली से स्मैक लाने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से छह लाख रुपये की 120 ग्राम स्मैक बरामद की है।
पुलिस कोरोना वायरस से आम जनमानस की जिंदगी बचाने की जंग लड़ रही है, लेकिन नशे के सौदागर राहत का दुरुपयोग करने में पीछे नहीं हैं। पुलिस ने बुधवार को ऐसे ही खेल का खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक नगर स्वेता चौबे ने बताया कि लॉकडाउन के बीच पुलिस को बरेली से स्मैक की तस्करी की जानकारी हुई थी।
इसी आधार पर सीओ सदर अनुज कुमार की अगुवाई में इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी और बाजार चौकी प्रभारी नवीन जोशी आदि की टीम गठित की गई। बुधवार को मातावाला बाग के पास एक संदिग्ध कार को रोका गया।
चालक ने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की, लेकिन कामयाब हो नहीं सके। कार सवार शकील निवासी ब्राह्मण वाला और मोहम्मद लुकमान निवासी शकुंतला एन्कलेव की तलाशी ली गई तो उनके पास से 120 ग्राम स्मैक और इलेक्ट्रॉनिक तराजू बरामद हुई।
एसपी चौबे के मुताबिक पूछताछ में फर्जी पास से बरेली से स्मैक आने की बात सामने आई है। आरोपी शकील ने साजिश के तहत अपनी दादी की बरेली में मौत की फर्जी कहानी बनाकर एसडीएम सदर के यहां से 18 और 19 मई का पास बनवाया था। दोनों आरोपी 19 मई की शाम को बरेली से स्मैक लेकर दून आए थे।
बुधवार को ये दोनों कार से ग्राहकों को माल की सप्लाई करने निकले थे, लेकिन समय रहते पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। इनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और लॉकडाउन का उल्लंघन करने का अभियोग पंजीकृत किया गया है।
पुलिस टीम को इनाम
डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने पुलिस टीम में शामिल सीओ अनुज कुमार, इंस्पेक्टर सूर्य भूषण नेगी, एसएसआई भुवन चंद पुजारी, बाजार चौकी प्रभारी नवीन जोशी, मुकेश भट्ट, कॉस्टेबल योगेश कुमार , श्रीकांत ध्यानी , जितेंद्र कुमार , अजय कुमार , अजय सिंह को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
फर्जीवाड़े पर भी होगा मुकदमा
नशे के सौदागरों के खिलाफ प्रशासन को गुमराह करने का भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। शकील की दादी की कई बरस पहले मौत हो चुकी है। स्मैक बरामद होने के मामले में बरेली पुलिस को भी पूछताछ रिपोर्ट भेजी जा रही है, ताकि लॉकडाउन में नशे का सामान बेचने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सके।
– अरुण मोहन जोशी, डीआईजी